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26 सितंबर 2018

बेमौसम बारिश से उत्तर भारत में धान की फसल को नुकसान की आशंका

आर एस राणा
नई दिल्ली। पंजाब के साथ ही हरियाणा में बेमौसम बारिश से धान की नई फसल 1,509 को नुकसान होने की आशंका है। इन राज्यों की उत्पादक मंडियों में पूसा 1,509 बासमती धान की आवक शुरू हो गई है, जबकि पिछले 24 घंटों में इन राज्यों के कई जिलों में बारिश हुई है।
हरियाणा की कैथल मंडी के धान कारोबारी रामनिवास खुरानिया ने बताया कि मंडी में पूसा 1,509 बासमती धान की आवक शुरू हो चुकी है। 21 सितंबर को मंडी में करीब 35 से 40 हजार बोरी धान की आवक हुई थी, लेकिन खराब मौसम के कारण शनिवार को आवक नहीं हुई। उन्होंने बताया कि नये धान में 15 से 20 फीसदी मवश्चर आ रहा था, तथा बारिश से मवश्चर और बढ़ेगा। मंडी में पूसा 1,509 बासमती धान के भाव शनिवार को 2,200 से 2,300 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
उन्होंने बताया कि पूसा 1,509 बासमती धान के साथ ही ट्रेडिशनल बासमती धान और डीपी की नई फसल की आवक में अभी समय है, इसलिए हाल ही में हुई बारिश से इनको नुकसान की संभावना नहीं है।
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के किसान अजीब सिहं ने बताया कि हाल ही में हुई बारिश से नई फसल में मवश्चर बढ़ जायेगा, जिससे फसल खराब होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि पूसा 1,509 की कटाई शुरू हो चुकी है, तथा परमल की कटाई अगले सप्ताह से शुरू हो जायेगी। बारिश से फसल की आवक में देरी तो होगी ही, साथ ही और बारिश हुई तो नुकसान भी बढ़ेगा।
पंजाब और हरियाणा से धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद पहली अक्टूबर से शुरू होनी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार 22 सितंबर से 24 सितंबर तक राज्य के कई क्षेत्रों मालवा और दोआबा क्षेत्र में बारिश होने का अनुमान है। पंजाब से चालू खरीफ में 200 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य तय किया गया है जोकि पिछले साल की तुलना में ज्यादा है।.....  आर एस राणा

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