आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार दलहन आयात पर असंमजस में फसी हुई है, इसीलिए तो मटर आयात पर लगी रोक को हटाने का फैसला 24 घंटों के अंदर ही वापिस लेना पड़ा। मटर आयात पर रोक लगाने से उत्पादक मंडियों में जहां चना की कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट आई थी, वहीं दोबारा रोक लगा देने से शाम को भाव में 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा गुरूवार को जारी अधिसचूना के अनुसार पीली मटर के साथ ही हरी मटर एवं अन्य किसी भी किस्म की मटर के आयात पर 30 सितंबर 2018 तक पूरी तरह से रोक रहेगी। इससे पहले 29 अगस्त को डीजीएफटी ने मटर के आयात पर लगी रोक को हटाने की अधिसूचना जारी की थी।
केंद्र सरकार ने 25 अप्रैल को 30 जून 2018 तक मटर के आयात की सीमा एक लाख टन की तय की थी, उसके बाद इसको 2 जुलाई को बढ़ाकर सितंबर 2018 तक कर दिया था।
लारेंंस रोड़ पर राजस्थानी चना के भाव गुरूवार को सुबह घटकर 4,000 रुपये और आस्ट्रेलियाई चने के भाव 4,100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए थे लेकिन केंद्र सरकार द्वारा मटर आयात पर फिर से रोक लगा देने से राजस्थानी चना के भाव बढ़कर 4,200 रुपये और आस्ट्रेलियाई चना के भाव 4,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।......... आर एस राणा
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