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26 सितंबर 2018

दालों का उत्पादन बढ़ने हेतु 560 करोड़ का होगा आवंटन, 60:40 फीसदी केंद्र और राज्यों की हिस्सेदारी

आर एस राणा
नई दिल्ली। किसानों को उत्पादक मंडियों में भले ही दालें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बेचनी पड़ रही हो, लेकिन केंद्र सरकार ने दलहन आयात पर निर्भरता कम करने के लिए कोशिश तेज कर दी है। चालू रबी सीजन में दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए 560 करोड़ रुपये का आवंटन करने की योजना है, इसके तहत जहां केंद्र सरकार 339 करोड़ रुपये खर्च करेगी, वहीं राज्य सरकारों को 221 करोड़ रुपये खर्च करनें होंगे।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य देश को दालों के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है, तथा आयात पर निर्भरता को समाप्त करना है। इसीलिए रबी-समर सीजन 2108-19 में दालों का उत्पादन बढ़ने के लिए 560 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है।
किसानों को बीज और कृषि उपकरण दिए जायेंगे
उन्होंने बताया कि चिहिंत राज्यों में किसानों को दलहन के अधिक पैदावार वाले बीजों के साथ ही कृषि उपकरण तथा सिंचाई के उपकरण उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि चालू रबी में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत यह राशि जारी की जायेगा। इसके लिए 16 राज्यों आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा तथा झारखंड को चिहिंत किया गया है। पूर्वोत्तर राज्य असम के लिए केंद्र और राज्य सरकार की भागीदारी जहां 90:10 फीसदी की होगी, वहीं अन्य राज्यों में केंद्र और राज्यों की हिस्सेदारी 60:40 फीसदी की होगी।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को होगा ज्यादा आवंटन
उन्होंने बताया कि इसके तहत सबसे ज्यादा आवंटन दलहन के मुख्य उत्पादक राज्य मध्यप्रदेश को 165 करोड़ रुपये का, महाराष्ट्र को 77 करोड़ रुपये, राजस्थान को 60.55 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश को 55 करोड़ रुपये, कर्नाटक को 41 करोड़ रुपये, आंध्रप्रदेश को 33 करोड़ रुपये, छत्तीसगढ़ को 27.50 करोड़ रुपये तथा तमिलनाडु को 22 करोड़ रुपये का आवंटन किया जायेगा।
पिछले साल दालों का बंपर हुआ उत्पादन
देश में दालों की सालाना खपत 245 से 248 लाख टन की होती है जबकि फसल सीजन 2017-18 में दलहन का रिकार्ड उतपादन 252.3 लाख टन होने का अनुमान है जोकि इसके पिछले साल के 231.3 लाख टन से ज्यादा है।
रबी में चना और मसूर को होता है ज्यादा उत्पादन
रबी सीजन में चना के साथ ही मसूर का उत्पादन ज्यादा होता है। रबी फसल सीजन 2017-18 में दलहन का कुल उत्पादन 158.9 लाख टन का हुआ था, जोकि इसके पिछले साल के 135.5 लाख टन से ज्यादा है। पिछले रबी में चना की रिकार्ड पैदावार 112.3 लाख टन का हुआ था।
खरीफ में दलहन की बुवाई में आंशिक कमी
कृषि मंत्रालय के अनुसार दालों की बुवाई चालू खरीफ सीजन में 0.86 फीसदी घटकर 137.41 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 138.60 लाख हैक्टेयर में दालों की बुवाई हो चुकी थी। खरीफ दलहन में मूंग और अरहर की बुवाई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है, लेकिन उड़द की बुवाई में कमी आई है।........... आर एस राणा

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