आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई में तो बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही मौसम भी फसल के अनुकूल बना हुआ है इसलिए चालू खरीफ में पैदावार पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (सोपा) के कार्यकारी निदेशक डी एन पाठक ने बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में सोयाबीन की फसल काफी अच्छी है। कहीं भी फसल को नुकसान नहीं हुआ है इसलिए चालू खरीफ में सोयाबीन की पैदावार ज्यादा ही होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई भी पिछले साल की तुलना में बढ़ी है।
बुवाई में हुई बढ़ोतरी
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई बढ़कर 111.91 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 105.26 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। मध्य प्रदेश में सोयाबीन की बुवाई 53.18 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 50.10 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। इसी तरह से महाराष्ट्र में इसकी बुवाई पिछले साल के 38.18 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 39.28 लाख हैक्टेयर में और राजस्थान में पिछले साल के 9.24 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 10.46 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।
पिछले साल घटा था उत्पादन
मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में सोयाबीन का उत्पादन का उत्पादन घटकर 109.81 लाख टन का ही हुआ था, जबकि इसके पिछले साल इसका उत्पादन 131.59 लाख टन का हुआ था।
सोया डीओसी की कीमतों में आयेगी गिरावट
साई सिमरिन फूड लिमिटेड के डायरेक्टर नरेश गोयनका ने बताया कि सोया डीओसी के भाव 27,300 से 27,800 रुपये प्रति टन एक्स फैक्ट्री और 27,500 से 28,000 रुपये प्रति टन कांडला बंदरगाह पर रहे। इंदौर में सोया रिफाइंड तेल के भाव 740 से 745 रुपये प्रति 10 किलो रहे। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में सोयाबीन की नई फसल की आवक बनने पर सोया डीओसी की कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है।.......... आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें