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15 सितंबर 2018

लागत से 345 रुपये नीचे भाव पर गेहूं बेच रही है सरकार, अगले महीने से बढ़ेंगे भाव

आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री 1,900 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कर रही है जबकि आर्थिक लागत 2,445.62 रुपये प्रति क्विंटल की आई हुई है। पहली अक्टूबर से रेलभाड़ा बढ़ने के साथ ही गेहूं का बिक्री भाव भी बढ़ेगा, इसलिए गेहूं की कीमतों में तेजी आने का अनुमान है। गुरूवार को दिल्ली में गेहूं के भाव 2,000 से 2,005 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 में गेहूं की खरीद पर आर्थिक लागत 2,445.62 रुपये प्रति क्विंटल की आई है जबकि इस समय ओएमएसएस के तहत गेहूं का बिक्री भाव 1,900 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर से दिसंबर के दौरान गेहूं का बिक्री भाव बढ़कर 1,925 रुपये प्रति क्विंटल हो जायेगा। पहली अक्टूबर से रेलभाड़े में भी 15 फीसदी की बढ़ोतरी होगी, इसलिए गेहूं की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है।
पहली अक्टूबर से रेल भाड़ा 15 फीसदी बढ़ेगा
बंगलुरु के गेहूं कारोबारी नवीन गुप्ता ने बताया कि दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें मध्य प्रदेश और हरियाणा से एफसीआई से गेहूं की खरीद कर रही है जबकि उत्तर प्रदेश से व्यापारियों से खरीद कर रही हैं। मध्य प्रदेश और हरियाणा से एफसीआई के गेहूं का भाव बंगलुरु फ्लोर मिल पहुंच 2,240 रुपये प्रति क्विंटल है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के इटारसी से बंगलुरु पहुंच रेलभाड़ा 200 रुपये है जोकि पहले अक्टूबर से 230 रुपये प्रति क्विंटल हो जायेगा। उत्तर प्रदेश के शांहजहांपुर से बंगलुरु पहुंच रेल का भाड़ा 254 रुपये है जोकि पहली अक्टूबर से 292 रुपये प्रति क्विंटल हो जायेगा।
गेहूं के आयात पड़ते नहीं
आयात पड़ते नहीं
विश्व बाजार में गेहूं के भाव उंचे होने के कारण आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं। यूक्रेन के लाल गेहूं का भाव भारतीय बंदरगाह पर पहुंच 225 डॉलर प्रति टन है जोकि भारतीय रुपये में 2,300 रुपये प्रति क्विंटल हो जाता है। उधर आस्ट्रेलियाई गेहूं का भाव भारतीय बंदरगाह पर पहुंच 265 डॉलर प्रति टन है।
ओएमएसएस के तहत आगे बढ़ेगी बिक्री
ओएमएसएस के तहत आगामी दिनों में गेहूं की बिक्री में तेजी आने का अनुमान है। एफसीआई के अनुसार जुलाई-अगस्त में ओएमएसएस के तहत फ्लोर मिलों ने 4.70 लाख टन गेहूं की खरीद की है, इसमें से जुलाई में केवल 1.77 टन गेहूं ही बिका था।
केंद्रीय पूल में गेहूं का बंपर स्टॉक
पहली अगस्त को केंद्रीय पूल में गेहूं का बंपर स्टॉक 408.58 लाख टन मौजूद है जबकि पिछले साल पहली अगस्त 2017 को इसका स्टॉक 300.59 लाख टन का ही था।
खरीद में हुई बढ़ोतरी
रबी विपणन सीजन 2018-19 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद 355.22 लाख टन की हुई है जबकि इसके पिछले रबी विपणन सीजन में केवल 308.24 लाख टन गेहूं की खरीद ही हुई थी। 
रिकार्ड उत्पादन का अनुमान
कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में गेहूं का रिकार्ड उत्पादन 997 लाख टन होने का अनुमान है जबकि इसके पिछले साल उत्पादन 975 लाख टन का ही हुआ था।...........  आर एस राणा


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