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26 सितंबर 2018

नई कृषि निर्यात नीति लायेंगी केंद्र सरकार, कृषि जिंसों का निर्यात बढ़ाने का है मकसद

आर एस राणा
नई दिल्ली। कृषि जिंसों के निर्यात में बढ़ोतरी के लिए केंद्र सरकार नई कृषि निर्यात नीति लाने की तैयारी कर रही है। नई निर्यात नीति में दालों के साथ ही चावल, चीनी और अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार एग्री उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने के लिए नई कृषि निर्यात नीति जल्दी ही जारी की जायेगी। नई कृषि निर्यात नीति पर चर्चा करने के लिए 20 सितंबर को वाणिज्य मंत्रालय ने एग्री निर्यातकों के साथ ही प्रोससर्स की बैठक बुवाई थी। बैठक में दाल, चावल और चीनी के निर्यात को बढ़ाने के लिए निर्यातकों ने केंद्र सरकारे से मदद की मांग की। दाल निर्यातकों ने केंद्र सरकार ने दलहन के निर्यात पर 15 फीसदी इनसेंटिव देने की मांग की।
दालों के निर्यात पर इनसेंटिव देने की मांग
केंद्र सरकार पहले ही दालों के निर्यात पर लगी पाबंदी को तो हटा चुकी है, लेकिन विश्व बाजार में भाव कम होने के कारण उम्मीद के मुताबिक दालों का निर्यात नहीं हो पा रहा है। चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान केवल 1.24 लाख टन दालों का निर्यात हुआ है जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 58,575 टन से तो ज्यादा है लेकिन कुल उपलब्धता की तुलना में कम है।
चीनी के भाव विश्व बाजार में कम
चीनी के भाव विश्व बाजार में काफी नीचे बने हुए हैं, इसीलिए केंद्र सरकार द्वारा चीनी निर्यात पर मिलों को राहत देने के बावजूद भी निर्यात सीमित मात्रा में ही हो रहा है। उद्योग के अनुसार चालू पेराई सीजन 2017-18 में अक्टूबर से अगस्त तक केवल 4 लाख टन चीनी का ही निर्यात ही हुआ है।
चावल निर्यात में बढ़ोतरी की संभावना
देश से वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान 127.04 लाख टन चावल का निर्यात हुआ था, जिसमें 86.48 लाख टन गैर-बासमती और 40.56 लाख टन बासमती चावल का निर्यात है। चालू फसल सीजन 2018-19 में चावल का रिकार्ड उत्पादन 11.30 करोड़ टन होने का लक्ष्य तय किया गया है, अत: चावल के निर्यात में और बढ़ोतरी की जा सकती है। चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान 15.77 लाख टन बासमती चावल और 25.69 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ है।
अन्य कृषि जिसों का निर्यात
अन्य कृषि जिंसों में ग्वार गम, मूंगफली, गेहूं, मक्का तथा सोया डीओसी और सरसों डीओसी आदि के निर्यात में बढ़ोतरी की भी अच्छी संभावनाएं हैं। ........   आर एस राणा

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