आर एस राणा
नई दिल्ली। अमेरिका और चीन के बीच चले ट्रेड वार से भारतीय सोया डीओसी के लिए अच्छी खबर है। चीन ने महाराष्ट्र से सोया डीओसी की खरीद में रुचि दिखाई है, इससे उद्योग के साथ ही सोयाबीन के किसानों को भी फायदा होगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ 11 सितंबर को चीन के कौंसल जरनल तांग गोचाई ने मुलाकत कर राज्य से कृषि उत्पादों की खरीद और निवेश की इच्छा जताई।
बैठक के बाद फडणवीस ने कहा कि चीन से इस मुद्दे पर और बातचीत के लिए एक स्वतंत्र अधिकारी को नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि चीन राज्य से सोया डीओसी की खरीद करता है तो इससे राज्य से सोयाबीन किसानों को लाभ मिलेगा। सोयाबीन किसानों के हितों को देखते हुए केंद्र सरकार सोया डीओसी के निर्यात पर निर्यातकों को 10 फीसदी निर्यात प्रोत्साहन राशि भी दे रही है।
एक क्विंटल सोयाबीन से केवल 18 किलो तेल प्राप्त होता है, तथा बाकि डीओसी प्राप्त होती। इसलिए डीओसी की कीमत काफी महत्वपूर्ण है। सोयाबीन के भाव उत्पादक मंडियों में 3,350 से 3,400 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा इंदौर में सोया रिफाइंड तेल के भाव 750 रुपये प्रति 10 किलो रहे। सोया डीओसी के भाव एक्स फैक्ट्री 28,000 से 28,500 रुपये प्रति टन रहे। सोयाबीन की नई फसल की दैनिक आवक अक्टूबर में बढ़ेगी, इसलिए अक्टूबर में इनकी मौजूदा कीमतों में गिरावट आ सकती है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के कार्यकारी निदेशक डी एन पाठक ने बताया कि पिछले फसल सीजन में हमने 17 से 18 लाख टन सोया डीओसी का निर्यात किया था, पिछले साल फसल कम थी। चालू सीजन में सोयाबीन की बुवाई में तो बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही अनुकूल मौसम से पैदावार भी ज्यादा होने का अनुमान है। इसलिए चालू सीजन में उपलब्धता ज्यादा होगी, चीन सोया डीओसी का आयात करेगा तो भारतीय किसानों को इसका फायदा होगा।............ आर एस राणा
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