आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में गुजरात के कई राज्यों में सामान्य से कम बारिश होने का असर खाद्यान्न उत्पादन पर पड़ा है। राज्य में कपास के उत्पादन में जहा 13.59 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) की कमी आने का अनुमान है वही मूंगफली का उत्पादन भी 11.48 टन कम होने की आशंका है।
राज्य के 22 जिलों में सामान्य से कम बारिश
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार पहली जून से 19 सितंबर 2018 तक गुजरात के 33 जिलों में 22 में सामान्स से कम बारिश हुई है। राज्य के कृषि निदेशालय द्वारा जारी पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में फसलों की बुवाई में तो बढ़ोतरी हुई है, लेकिन मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने के कारण प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में कमी आने का अनुमान है।
कपास और मूंगफली उत्पादन में ज्यादा कमी की आशंका
राज्य के कृषि निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार फसल सीजन 2018—19 में कपास का उत्पादन घटकर 88.28 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में 101.87 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। तिलहन की प्रमुख फसल मूंगफली का उत्पादन भी चालू खरीफ में घटकर 26.95 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में खरीफ में 38.43 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हुआ था।
केस्टर के साथ दलहन उत्पादन में भी कमी का अनुमान
अन्य फसलों में केस्टर सीड का उत्पादन 11.73 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में इसका उत्पादन 14.84 लाख टन का हुआ था। दालों का उत्पादन चालू खरीफ में घटकर 4.37 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 5.23 लाख टन का उत्पादन हुआ था। दलहन की प्रमुख फसल अरहर का उत्पादन 3.37 लाख टन से घटकर 3.14 लाख टन का ही होने का अनुमान है।
चावल उत्पादन बढ़ने का अनुमान
चावल का उत्पादन जरुर राज्य में चालू खरीफ में बढ़कर 19.38 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 18.65 लाख टन का ही हुआ था। मक्का और बाजरा का उत्पादन चालू खरीफ में क्रमश: 4.55 और 2.48 लाख टन का ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में इनका उत्पादन क्रमश: 4.74 और 2.83 लाख टन का हुआ था।........... आर एस राणा
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