आर एस राणा
नई
दिल्ली। देश के कई राज्यों में प्री-मानसून की बारिश कम होने से चालू खरीफ
सीजन में जहां कपास की बुवाई पिछड़ रही है, वहीं गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल
में बढ़ोतरी हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार कपास की बुवाई अभी तक केवल
9.96 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 12.18 लाख
हैक्टेयर में कपास की बुवाई हो चुकी थी। चालू खरीफ में देश के करीब 14
राज्यों में प्री-मानसून की बारिश कम हुई है।
सूत्रों के अनुसार
उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास की बुवाई में
कमी आई है, जबकि मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों में
कपास की बुवाई चालू महीने में शुरू होगी।
गन्ने की बुवाई चालू
सीजन में बढ़कर 49.32 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय
तक इसकी बुवाई केवल 48.72 लाख हैक्टेयर में ही हुई थीं। चालू पेराई सीजन
में गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में हुई बढ़ोतरी से चीनी का रिकार्ड उत्पादन
हुआ है, अत: बुवाई में हुई बढ़ोतरी से आगामी पेराई सीजन में भी चीनी का
उत्पादन बढ़ने का अनुमान है।
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई
चालू खरीफ में अभी तक केवल 2.95 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल
इस समय तक इसकी रोपाई 5.20 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। चालू खरीफ में
मानसूनी बारिश अच्छी होने का अनुमान है इसलिए आगामी दिनों में धान की रोपाई
में तेजी आयेगी। दलहनी फसलों की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक 1.08 लाख
हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 1.61 लाख
हैक्टेयर में हो चुकी थी।
मोटे अनाजों की बुवाई भी चालू खरीफ
सीजन में अभी तक 2.31 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक
इनकी बुवाई 2.65 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। खरीफ तिलहनों सोयाबीन और
मूंगफली की बुवाई अभी शुरूआती चरण में ही है, तथा अभी तक केवल 51 हजार
हैक्टेयर में ही इनकी बुवाई हुई है।
मंत्रालय के अनुसार अभी
तक देशभर में 72.61 लाख हैक्टेयर में ही खरीफ फसलों की बुवाई हो पाई है
जबकि पिछले साल इस समय तक 77.67 लाख हैक्टेयर में फसलों की बुवाई हो चुकी
थी। खरीफ फसलों की बुवाई अभी शुरूआती चरण में है, तथा आगामी दिनों में
जैसे-जैसे मानसूनी बारिश होगी इनकी बुवाई में तेजी आयेगी। .....आर एस राणा
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