आर एस राणा
नई
दिल्ली। चीन ने भारत से कपास की नई फसल के नवंबर-दिसंबर की शिपमेंट के
आयात सौदे शुरू कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार चीन के करीब 4 से 5 लाख गांठ
(एक गांठ-170 किलो) के आयात सौदे किए हैं। घरेलू मंडियों में कपास की नई
फसल की आवक सितंबर-अक्टूबर में बनेगी।
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया
(सीएआई) के अध्यक्ष अतुल एस. गणात्रा के अनुसार चीन के आयातकों ने कपास की
नई फसल के आयात सौदे नवंबर-दिसंबर शिपमेंट के शुरू कर दिए हैं। सूत्रों के
अनुसार चीन द्वारा कपास के आयात सौदे 86 से 92 सेंट प्रति पाउंड (सीएडंएफ)
किए गए हैं। न्यूयार्क कॉटन वायदा में 13 जून को कपास का भाव 94 सेंट प्रति
पाउंड पर बंद हुआ था।
चालू खरीफ में बुवाई चल रही है पिछे
उत्तर
भारत के राज्यों में कपास की बुवाई समाप्त हो चुकी है जबकि अन्य राज्यों
गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में
बुवाई चल रही है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में कपास की बुवाई
घटकर 12.48 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 14.06
लाख हैक्टेयर में कपास की बुवाई हो चुकी थी।
विश्व बाजार में भारतीय कपास सस्ती
कपास
व्यापारी नरेश राठी ने बताया कि चालू सीजन में घरेलू मंडियों में कपास के
भाव उंचे रहे हैं, इसलिए प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य
प्रदेश, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में कपास की बुवाई ज्यादा होने
का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में निर्यात ज्यादा हुआ है जबकि
आयात में कमी आई है इसीलिए घरेलू मंडियों में भाव तेज बने हुए है। इस
विश्व बाजार में भारतीय कपास सबसे सस्ती है इसलिए निर्यात मांग अच्छी बनी
रहने का अनुमान है जिससे घरेलू मंडियों में इसके भाव में और भी तेजी आने का
अनुमान है।
कपास का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान
कॉटन
एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) के अनुसार चालू फसल सीजन 2017-18 में कपास का
उत्पादन 365 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन
337.25 लाख गांठ का ही हुआ था।.......... आर एस राणा
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