कुल पेज दृश्य

09 जून 2018

प्री-मानसूनी बारिश कम होने से खरीफ फसलों की बुवाई पिछड़ी, गन्ने की बढ़ी

आर एस राणा
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में प्री-मानसून की बारिश कम होने से चालू खरीफ सीजन में कपास, धान और दलहन की बुवाई पिछड़ी है, वहीं गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार अभी तक देशभर में 84.61 लाख हैक्टेयर में ही खरीफ फसलों की बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 85.81 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। खरीफ फसलों की बुवाई अभी शुरूआती चरण में है, तथा आगामी दिनों में जैसे-जैसे मानसूनी बारिश होगी इनकी बुवाई में तेजी आयेगी। 
मंत्रालय के अनुसार कपास की बुवाई अभी तक केवल 12.48 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 14.06 लाख हैक्टेयर में कपास की बुवाई हो चुकी थी।
उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास की बुवाई पूरी हो चुकी है तथा इन राज्यों में बुवाई घटी है। अन्य राज्यों मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र तथा आंध्रप्रदेश में कपास की बुवाई अभी शुरू ही हुई है।
गन्ने की बुवाई चालू सीजन में बढ़कर 49.95 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 49.46 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। चालू पेराई सीजन में गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में हुई बढ़ोतरी से चीनी का रिकार्ड उत्पादन हुआ है, अत: बुवाई में हुई बढ़ोतरी से आगामी पेराई सीजन में भी चीनी का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है।
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 6.32 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई 6.64 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। चालू खरीफ में मानसूनी बारिश अच्छी होने का अनुमान है इसलिए आगामी दिनों में धान की रोपाई में तेजी आयेगी। दलहनी फसलों की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक 1.87 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 1.98 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
मोटे अनाजों की बुवाई भी चालू खरीफ सीजन में अभी तक 6.20 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई 5.70 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। खरीफ तिलहनों सोयाबीन और मूंगफली की बुवाई अभी शुरूआती चरण में ही है, तथा अभी तक केवल 90 हजार हैक्टेयर में ही इनकी बुवाई हुई है।..........  आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: