आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2018-19 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य
(एमएसपी) पर खरीद बढ़कर 355.05 लाख टन की हो गई है जबकि पिछले रबी में कुल
खरीद 308.25 लाख टन की ही हुई थी। केंद्रीय पूल में पहली जून को खाद्यान्न
का बंपर स्टॉक 680.25 लाख टन का हो चुका है जोकि वर्ष 2013 के बाद सबसे
ज्यादा है।
प्रमुख उत्पादक राज्यों में आवक हुई बंद
भारतीय
खाद्य निगम (एफसीआई) के एक वरिष्ष्ठ अधिकारी के अनुसार चालू रबी में गेहूं
की समर्थन मूल्य पर खरीद बढ़कर 355.05 लाख टन की हो गई है जोकि तय लक्ष्य
320 लाख टन से 35 लाख टन ज्यादा है। गेहूं के प्रमुख उत्पादक राज्यों
पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान में आवक बंद होने
से खरीद बंद हो चुकी है, इस समय केवल उत्तराखंड में थोड़ी आवक है इसलिए
चालू सप्ताह में गेहूं की समर्थन मूल्य पर बंद होने की संभावना है।
केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक पिछले साल से ज्यादा
केंद्रीय
पूल में पहली जून को 437.55 लाख टन गेहूं और 242.70 लाख टन चावल को मिलाकर
खाद्यान्न का कुल 680.25 लाख टन का बंपर स्टॉक हो चुका है जबकि पिछले साल
पहली जून को केंद्रीय पूल में केवल 555.40 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक ही
मौजूद था। वर्ष 2013 में केंद्रीय पूल में पहली जून को 777.40 लाख टन
खाद्यान्न का स्टॉक जमा था।
सभी राज्यों से खरीद बढ़ी
एफसीआई
के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर
प्रदेश से खरीद पिछले साल से बढ़ी है। पंजाब से चालू रबी में गेहूं की
एमएसपी पर खरीद बढ़कर 126.91 लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले साल राज्य से
केवल 117.06 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था। हरियाणा से चालू रबी में गेहूं
की रिकार्ड खरीद 87.39 लाख टन की हुई है जबकि पिछले रबी सीजन में राज्य से
केवल 74.32 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था। इसी तरह से मध्य प्रदेश से
गेहूं की खरीद चालू रबी में बढ़कर 72.86 लाख टन और उत्तर प्रदेश से 50.87
लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इन राज्यों से
क्रमश: 67.24 लाख टन और 35.62 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। राजस्थान
से चालू रबी में गेहूं की खरीद बढ़कर 15.31 लाख टन की हुई है जबकि पिछले
साल राज्य से 12.26 लाख टन गेहूं की खरीद ही हुई थी।
गेहूं के रिकार्ड उत्पादन का अनुमान
कृषि
मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में गेहूं का रिकार्ड
986.1 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 985.1 लाख टन का
ही उत्पादन हुआ था।............ आर एस राणा
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