आर एस राणा
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा चीनी के न्यूनतम बिक्री भाव एक्स फैक्ट्री
2,900 रुपये प्रति क्विंटल तय करने के बाद इसकी कीमतों में 350 से 400
रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। शनिवार को उत्तर प्रदेश में चीनी
के एक्स फैक्ट्री भाव बढ़कर 3,350 से 3,400 रुपये और महाराष्ट्र में 3,150
से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। दिल्ली में चीनी की कीमतें बढ़कर
3,650 से 3,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।
नकदी के संकट से जूझ
रही चीनी मिलों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने 6 जून को चीनी के
न्यूनतम बिक्री भाव एक्स फैक्ट्री 2,900 रुपये प्रति क्विंटल तय किए थे
ताकि किसानों के बकाया भुगतान में तेजी आ सके। चालू पेराई सीजन में चीनी
मिलों पर देशभर के किसानों की बकाया राशि बढ़कर 22,000 करोड़ रुपये को पार
कर चुकी है जबकि सबसे ज्यादा बकाया उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर 12,000
करोड़ रुपये से ज्यादा है।
हल्का सुधार और भी संभव
चीनी
कारोबारी फर्म एसएनबी इंटरप्राइजेज के प्रबंध सुधीर भालोठिया ने बताया कि
पिछले तीन दिनों में चीनी की कीमतों में 350 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की
तेजी आई है। गर्मी ज्यादा होने के कारण बड़ी खपत कंपनियों की मांग चीनी
में अच्छी बनी हुई है जिससे इसके मौजूदा भाव में 100 से 150 रुपये प्रति
क्विंटल की और भी तेजी आने का अनुमान है। हालांकि चीनी मिलों के पास चीनी
का स्टॉक ज्यादा है इसलिए मौजूदा भाव में अब बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
उन्होंने बताया कि विश्व बाजार में भाव काफी नीचे हैं, जबकि घरेलू बाजार
में भाव बढ़ गए हैं। इसलिए निर्यात की संभावना नहीं है।
चीनी का रिकार्ड उत्पादन
उद्योग
के अनुसार चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर 2017 से अभी तक चीनी का
उत्पादन बढ़कर रिकार्ड 315 लाख टन हो चुका है जबकि देश में चीनी की सालाना
खपत करीब 245 से 250 लाख टन की ही होती है। चालू सीजन में पेराई आरंभ होने
के समय घरेलू बाजार में करीब 40 लाख टन चीनी का बकाया स्टॉक बचा हुआ था,
ऐसे में घरेलू बाजार में चीनी की उपलब्धता ज्यादा है।
गन्ना की बुवाई बढ़ी
कृषि
मंत्रालय के अनुसार चालू सीजन में गन्ने की बुवाई बढ़कर 49.95 लाख
हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई केवल 49.46
लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार चालू खरीफ में मानसूनी
बारिश अच्छी होने का अनुमान है इसलिए आगामी पेराई सीजन में भी चीनी का
उत्पादन बढ़ने का अनुमान है।............. आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें