आर एस राणा
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार ने घरेलू बाजार में तिलहनों के साथ ही खाद्य तेलों
की कीमतोंं में सुधार लाने के लिए हर तरह के प्रयास कर रही है। केंद्र
सरकार ने आयातित खाद्य तेलों क्रुड सोया डीगम, सनफ्लावर क्रुड तेल और कनोला
के आयात शुल्क में 5 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है, जबकि सुबह सरकार ने
खाद्य तेलों और तिलहनों पर से स्टॉक लिमिट को हटा लिया था।
सूत्रों
के अनुसार क्रुड सोया डिगम के आयात पर शुल्क को 30 फीसदी से बढ़ाकर 35
फीसदी कर दिया है जबकि क्रुड सनफ्लावर तेल तथा कनोला तेल के आयात पर शुल्क
को 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी कर दिया है। सूत्रों के अनुसार जल्दी ही
इसकी अधिसूचना जारी कर दी जायेगी। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ
इंडिया (एसईए) के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी वी मेहता ने आउटलुक को बताया कि
केंद्र सरकार ने क्रुड सोया डिगम, क्रुड सनफ्लावर तेल और कनोला के आयात
शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है, इसके साथ ही खाद्य तेलों और तिलहनों पर लगी
स्टॉक लिमिट को भी हटा लिया है, इससे तिलहन किसानों को फायदा होगा।
उत्पादक
मंडियों में रबी तिलहनों की प्रमुख फसल सरसों, मूंगफली और सूरजमुखी के भाव
न्यनूतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए हैं। उत्पादक मंडियों में
सरसों के भाव 3,500 से 3,700 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि एमएसपी 4,000
रुपये प्रति क्विंटल है।
एसईए के अनुसार चालू तेल वर्ष नवंबर-17
से अक्टूबर-18 के पहले 7 महीनों नवंबर से मई के दौरान खाद्य एवं अखाद्य
तेलों के आयात में एक फीसदी की बढ़ोतरी होकर 86,04,535 टन का हुआ है जबकि
पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 85,22,704 टन का ही हुआ था।............. आर एस राणा
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