आर एस राणा
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं का
बिक्री भाव बढ़ाकर 1,890 रुपये प्रति क्विवंटल तय कर सकती है। पिछले साल
इसके तहत गेहूं की बिक्री 1,790 रुपये प्रति क्विंटल (एक्स लुधियाना) के
आधार पर की गई थी।
केंद्रीय पूल में गेहूं का बंपर स्टॉक
खाद्य
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य
(एमएसपी) में 110 रुपये की बढ़ोतरी की गई है इसलिए ओएमएसएस के तहत इसके
बिक्री भाव में 100 रुपये की बढ़ोतरी करने की सिफारिश की गई है। उन्होंने
बताया कि चालू रबी में गेहूं की खरीद बढ़कर 353.59 लाख टन की हो चुकी है
तथा केंद्रीय पूल में गेहूं का बंपर स्टॉक पहली जून को 437.55 लाख टन का हो
चुका है जबकि पिछले साल पहली जून को केंद्रीय पूल में केवल 334.40 लाख टन
गेहूं का ही स्टॉक जमा था।
गेहूं के आयात पड़ते नहीं
बंगलुरु
स्थित गेहूं कारोबारी फर्म प्रवीन कामर्शियल कंपनी के प्रबंधक नवीन गुप्ता
ने बताया कि उत्तर प्रदेश से बंगलुरु पहुंच गेहूं के भाव 2,000 से 2,010
रुपये और राजस्थान के गेहूं के भाव 2,100 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
केंद्र सरकार ओएमएसएस के तहत 1,890 रुपये के भाव गेहूं बेचेगी तो बंगलुरु
पहुंच 2,240 से 2,250 रुपये प्रति क्विंटल बैठेगा। इसलिए जब तक उत्तर
प्रदेश और राजस्थान से आवक बनी रहेगी, तब तक एफसीआई से मिलें खरीद नहीं
करेंगी। उत्पादक मंडियों में गेहूं की आवक कम होने के बाद इसके भाव 100 से
200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी बनने की संभावना है।
उन्होंने
बताया कि केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के आयात शुल्क को 30 फीसदी कर देने से
आयात नहीं हो पायेगा। यूक्रेन से आयातित लाल गेहूं के भाव 228 से 230 डॉलर
प्रति टनऔर आस्ट्रेलियाई गेहूं के भाव 270 डॉलर प्रति टन (एफओबी) है इसलिए
आयात पड़ते नहीं लगेंगे।
खुले बाजार में गेहूं के भाव नीचे
रोलर
फ्लोर मिल फैडरेशन आॅफ इंडिया (आरएफएमएफआई) की सचिव वीणा शर्मा ने बताया
कि केंद्र सरकार ने अगर ओएमएसएस के तहत गेहूं के बिक्री भाव में बढ़ोतरी की
तो फिर केंद्रीय पूल से गेहूं का उठाव अगले दो-तीन महीनें तो नहीं हो
पायेगा। इस समय दिल्ली में गेहूं के भाव 1,755 से 1,760 रुपये प्रति
क्विंटल है तथा उत्तर प्रदेश से आवक बराबर बनी हुई है।
गेहूं की बंपर हो चुकी खरीद
एफसीआई
के अनुसार चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की सरकारी खरीद बढ़कर 353.59 लाख
टन की हो चुकी है जबकि खरीद का लक्ष्य केवल 320 लाख टन का ही था। अभी तक
हुई कुल खरीद में पंजाब से 126.90 लाख टन, हरियाणा से 87.39 लाख टन, मध्य
प्रदेश से 72.86 लाख टन और उत्तर प्रदेश से 49.63 लाख टन तथा राजस्थान से
15 लाख टन गेहूं खरीदा गया है।........... आर एस राणा
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