आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में मानसूनी बारिश अच्छी होने के अनुमान से
सोयाबीन की बुवाई बढ़ने का अनुमान है जिससे इसकी कीमतों में गिरावट बनी हुई
है। विश्व बाजार में सोया डीओसी के भाव नीचे होने के कारण इसके निर्यात
में भी कमी आई है इसलिए आगामी दिनों में सोयाबीन की कीमतों में और गिरावट
आने का अनुमान है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया
(सोपा) के अनुसार मई में सोया डीओसी का निर्यात घटकर 47,000 टन का ही हुआ
है जबकि पिछले साल मई में इसका निर्यात 1.29 लाख टन का हुआ था। सोपा के
कार्यकारी निदेशक डी एन पाठक ने बताया कि विश्व बाजार में सोया डीओसी के
भाव नीचे है इसीलिए हमारे यहा से निर्यात सौदे कम हो रहे है। उन्होंने
बताया कि चालू फसल सीजन 2017-18 के अक्टूबर से मई के दौरान सोया डीओसी का
निर्यात घटकर 12.13 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले फसल सीजन की समान अवधि
में इसका निर्यात 15.23 लाख टन का हुआ था।
सोपा के अनुसार चालू
फसल सीजन में अक्टूबर से मई के दौरान उत्पादक मंडियों में 71 हजार टन
सोयाबीन की आवक हुई है, जबकि उत्पादक मंडियों में बकाया करीब 21 लाख टन का
स्टॉक बचा हुआ है। साई सिमरन फूड लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर नरेश
गोयनका ने बताया कि सोयाबीन की आवक 4 से 5 लाख टन की हर महीने हो रही है
ऐसे में नई फसल की आवक से पहले 15-16 लाख टन की खपत हो पायेगी। अत: नई फसल
की आवक के समय करीब पांच से छह लाख टन सोयाबीन का बकाया स्टॉक बचेगा।
इंदौर
के सोयाबीन कारोबारी विरेंद्र गुप्ता ने बताया कि मौसम विभाग ने चालू खरीफ
में मानसूनी बारिश अच्छी होने की भविष्यवाणी की हुई है, जिसकी वजह से
सोयाबीन की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य
प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में मानसूनी बारिश अच्छी हुई तो सोयाबीन की
बुवाई भी बढ़ने का अनुमान है।..... आर एस राणा
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