आर एस राणा
नई
दिल्ली। चीन ने भारत के साथ ही अन्य एशियाई देशों से सोयाबीन, सोया खली और
सरसों खली आदि उत्पादों के आयात शुल्क को समाप्त कर दिया है। पहली जुलाई
2018 से इनके आयात पर शुल्क नहीं लगेगा।
अमेरिका और चीन के बीच
इस समय ट्रेड वार चल रहा है। चीन के वित्त मंत्रालय की और से जारी ब्यान के
अनुसार एशियाई देशों बंगलादेश, भारत, दक्षिण कोरिया और श्रीलंका से आयातित
सोयाबीन, सोया खली और सरसों खली के आयात शुल्क को समाप्त कर दिया गया है।
वर्तमान में चीन में सोयाबीन के आयात पर 3 फीसदी, सरसों पर 9 फीसदी और सोया
खली तथा खल के आयात पर 5 फीसदी आयात शुल्क है।
साल्वेंट
एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी वी
मेहता ने बताया कि चीन द्वारा आयात शुल्क में कटौती करने से सोयाबीन पर
ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन सोया खली और सरसों खली का निर्यात जरुर बढ़
जायेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 में चीन ने भारत से एक लाख टन सोया
खली और 4 लाख टन सरसों खली का आयात किया है।
मेहता ने बताया कि
भारत को छोड़ अन्य एशियाई देशों जैसे बंगलादेश, श्रीलंका और दक्षिण कोरिया
में सोयाबीन की पैदावार सीमित मात्रा में ही होती है। भारत में सोयाबीन का
उत्पादन तो इन देशों से ज्यादा होता है लेकिन हमारी घरेलू खपत भी ज्यादा
होने से बड़ी मात्रा में निर्यात की संभावना नहीं है।
चीन
अमेरिका से सोयाबीन का बड़े पैमाने पर आयात करता है। हाल में अमेरिका ने
चीन से आयातित वस्तुओं के आयात शुल्क में बढ़ोतरी की थी, जिसके जवाब में
चीन ने भी अमेरिका से आयातित वस्तुओं का शुल्क बढ़ाया था। ............... आर एस राणा
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