आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू रबी में सरसों की बुवाई पिछले साल की तुलना में 3.76 लाख
हैक्टेयर में घटी है, इसके बावजूद भी उद्योग ने सरसों का उत्पादन अनुमान
4.75 लाख टन बढ़ाकर 70.50 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान लगाया है। उद्योग
के अनुसार पिछले साल 65.75 लाख टन सरसों का उत्पादन हुआ था।
उद्योग
द्वारा शनिवार को दिल्ली में आयोजित तेल-तिलहन सम्मेलन में जारी आंकड़ों
के अनुसार सरसों की बुवाई में भले ही कमी आई है लेकिन मौसम फसल के अनुकूल
रहा है। इसलिए चालू रबी में सरसों की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता बढ़ी है।
अत: चालू रबी सीजन 2017-18 में सरसों का उत्पादन बढ़कर 70.50 लाख टन,
तोरिया और तारामिरा का उत्पादन 1.50 लाख टन को मिलाकर कुल उत्पादन 72 लाख
टन होने का अनुमान है। व्यापारियों के अनुसार उत्पादक राज्यों में पिछले
साल का लगभग 4 लाख टन सरसों का बकाया स्टॉक भी बचा हुआ है। अत: सरसों की
कुल उपलब्धता चालू रबी में 76 लाख टन की होगी, जबकि पिछले रबी सीजन में कुल
उपलब्धता 69.25 लाख टन की ही थी।
चालू रबी में बुवाई घटी
कृषि
मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में सरसों की बुवाई घटकर 66.84 लाख हैक्टेयर
में ही हुई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 70.60 लाख हैक्टेयर हुई थी।
सरसों के भाव एमएसपी से नीचे
उत्पाादक
राज्यों की मंडियों में नई सरसों के भाव 3,600 से 3,800 रुपये प्रति
क्विंटल चल रहे हैं जबकि चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए 4,000 रुपये
प्रति क्विंटल (बोनस सहित) तय किया हुआ है। ....... आर एस राणा
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