आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू फसल सीजन में कई राज्यों में पिंक बॉलवर्म के हमले से कपास
की फसल को भारी नुकसान हुआ था जिससे उद्योग ने कपास उत्पादन अनुमान में भी
कटौती करनी पड़ी है। अत: कपास किसानों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने
बॉलगार्ड-II का भाव 7.5 फीसदी घटाकर 740 रुपये प्रति पैकेट कर दिया है।
इसके साथ ही रायल्टी को भी 49 रुपये से घटाकर 39 रुपये कर दिया है। रायल्टी
बीज कंपनियां टेक्नोलॉजी मुहैया करानी वाली कंपनी मॉनसेंटों मायकों
बॉयोटेक इंडिया को देती हैं। बॉलगार्ड-I की कीमत को ज्यों का त्यों रखा है।
हर साल 4.5 से 5 करोड़ पैकेट की होती है खपत
बॉलगार्ड-II की
कीमत 800 रुपये प्रति 450 ग्राम पैकेट थी जिसको घटाकर 740 रुपये प्रति
पैकेट कर दिया, इससे चालू खरीफ में किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है।
देश में कपास की खेती 120 से 122 लाख हैक्टेयर में होती है, जिसमें कुछ
क्षेत्रफल में किसान देसी नरमा कपास की बुवाई करते हैं। अत: औसतन हर साल
करीब 4.5 से 5 करोड़ पैकेट बॉलगार्ड-II और बॉलगार्ड-I की खपत होती है। बॉलगार्ड-I के 450 ग्राम के पैकेट की कीमत को केंद्र सरकार ने 635 रुपये के पूर्व स्तर पर ही रखा है।
अप्रैल से बीज की मांग हो जायेगी चालू
बी टी कॉटन बीज की सप्लाई करने वाली कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने 2016 से बॉलगार्ड-I और बॉलगार्ड-I की
कीमत को स्थिर बनाया हुआ है जबकि इस दौरान लागत में बढ़ोरती हुई है। ऐसे
में चालू सीजन में कपास के बीज की सप्लाई बाधित हो सकती है। उन्होंने बताया
कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में किसान कपास की बुवाई मई-जून से चालू कर
देते हैं अत: इन राज्यों की बीज की मांग अप्रैल में शुरू हो जाती है। उधर
दक्षिण भारत के राज्यों की मांग जून से शुरू होती है।
उत्पादन अनुमान में कमी
आंधप्रदेश,
तेलंगाना सहित कई राज्यों में पिंक बॉलवर्म नामक कीड़ा लगने से कपास की
फसल को नुकसान हुआ था। उद्योग के अनुसार चालू फसल सीजन 2017-18 में कपास का
उत्पादन 362 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) ही होने का अनुमान है जबकि पहले
367 लाख गांठ उत्पादन का अनुमान था। ..... आर एस राणा
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