आर एस राणा
नई
दिल्ली। घाटे का सौदा साबित हो रही खेती-किसानी को लाभदायक बनाने के लिए
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने आवास पर कृषि विशेषज्ञों से
विचार-विमर्श किया। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के साथ ही
मंडी लाइेंसस, आयातित कीटनाशक उत्पादों के साथ पूराने कानूनों में बदलाव पर
भी चर्चा हुई। लाईसेंस
बैठक में शामिल एक कृषि विशेषज्ञ ने
आउटलुक को बताया कि किसानों की माली हालत में सुधार के लिए एमएसपी में
बढ़ोतरी ही काफी नही है, बल्कि अन्य सुधारों की भी सख्त जरुरत है। देश में
छोटे और सीमांत किसानों पर बैंकों का कर्ज लगातार बढ़ रहा है। अत: उससे
किसानों को कैसे मुक्ति दिलाई जाये। साथ ही खेती को लाभदायक कैसे बनाया
जाए। इन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई।
उन्होंने बताया कि
खेती—किसानी के लिए जो कानून बने है, वह उस समय के है जब हम खाद्यान्न का
आयात करते थे, आज हम खाद्यान्न में दलहन और खाद्य तेलों को छोड़ दे तो
आत्मनिर्भर ही नही हैं, बल्कि निर्यात भी कर रहे हैं। इसलिए अब समय आ गया
है कि किसानों के हित में केंद्र सरकार ठोस कदम उठाये। बैठक में विजय
सरदाना, कृष्णबीर चौधरी, डॉ. पी के जोशी, चौधरी पूष्पेंद्र सिंह और
यूद्ववीर सिंह के अलावा डॉ. एम जे खान ने भाग लिया। .............. आर एस राणा
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