आर एस राणा
नई
दिल्ली। अमेरिका के साथ ही यूरोप और खाड़ी देशों की ग्वार गम उत्पादों में
आयात मांग अच्छी बनी हुई है, इसलिए घरेलू मंडियों में ग्वार सीड और ग्वार
गम की कीमतों में आगे तेजी बनने की संभावना है। वाणिज्य एवं उद्योग
मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले 10 महीनों अप्रैल से
जनवरी के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 4.05 लाख टन का हो चुका
है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात केवल
3.12 लाख टन का ही हुआ था।
ग्वार सीड की दैनिक आवक घटी
प्रमुख
उत्पादक राज्यों राजस्थान, गुजरात और हरियाणा की मंडियों में ग्वार सीड की
दैनिक आवक कम हो गई है, जबकि ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग अच्छी
होने से मिलों की मांग बराबर बनी हुई है। सोमवार को जोधपुर मंडी में ग्वार
गम का भाव 9,175 रुपये प्रति क्विंटल और ग्वार सीड का भाव 4,350 रुपये
प्रति क्विंटल रहा। राज्य की गंगानगर मंडी में ग्वार सीड का भाव 4,300
रुपये प्रति क्विंटल रह जबकि दैनिक आवक 5,000 से 5,500 बोरी की हुई।
राजस्थान में उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान
राजस्थान
के कृषि निदेशालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में
राज्य में ग्वार सीड का उत्पादन बढ़कर 15.44 लाख टन होने का अनुमान है जबकि
पिछले साल इसका उत्पादन 14.04 लाख टन का हुआ था। हालांकि फसल सीजन 2017-18
में राजस्थान में ग्वार सीड की बुवाई घटकर 34.32 लाख हैक्टेयर में ही हुई
थी जबकि इसके पिछले साल इसकी बुवाई 35.30 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
व्यापारियों
का मानना है कि चालू सीजन में ग्वार सीड के कुल उत्पादन में कमी आई है,
लोकसभा में केंद्रीय राज्य कृषि मंत्री ने भी एक सवाल के जवाब में कहा था
कि चालू सीजन में ग्वार सीड की पैदावार 13 फीसदी की कम होने का अनुमान है।
उत्पादक मंडियों में आगे रबी फसलों की दैनिक आवक बढ़ेगी, जिससे ग्वार सीड
आवक और कम हो जायेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि आगे भाव में तेजी ही आने
का अनुमान है। .................. आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें