आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है, इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने चालू रबी में दलहन के साथ ही तिलहनी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद को बढ़ावा देने के लिए पिछले साल की तुलना में दोगुने धन का आवंटन किया है। ऐसे में चालू रबी सीजन में दलहन के साथ ही तिलहनों की सरकारी खरीद ज्यादा होने का अनुमान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में चालू रबी में दलहन के साथ ही तिलहनी फसलों की खरीद के लिए 19,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया है जबकि पिछले साल 9,500 करोड़ रुपये का ही आवंटन किया गया था। प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में इस समय जहां किसानों को दलहन एमएसपी से 1,000 से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल नीचे भाव पर बेचनी पड़ रही है, वहीं तिलहनों फसलों में मूंगफली के भाव भी एमएसपी से 400 से 500 रुपये नीचे बने हुए हैं। चालू महीने में रबी दलहनों चना और मसूर तथा मूंग और उड़द की आवक बढ़ेगी, जबकि तिलहनी फसलों में सरसों और मूंगफली की नई फसल की आवक बढ़ेगी।
नेफेड 3.86 टन अरहर की कर चुकी है खरीद
दलहन और तिलहनों की एमएसपी पर खरीद के लिए केंद्र सरकार ने नेशनल एग्रीकल्चर कोआॅपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन आॅफ इंडिया (नेफैड) के अधिकृत किया हुआ है। नेफैड खरीफ में अरहर की खरीद रही है। तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटका और महाराष्ट्र से नेफैड 3,86,273 टन की खरीद एमएसपी पर कर चुकी है।
दलहन के रिकार्ड उत्पादन की उम्मीद
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2017-18 में दलहन की रिकार्ड पैदावार 239.5 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2016-17 में दालों का 231.3 लाख टन का हुआ था। रबी दलहन की प्रमुख फसल चना का उत्पादन चालू रबी में रिकार्ड 111 लाख टन होने का अनुमान है।
तिलहनों की पैदावार घटने का अनुमान
फसल सीजन 2017-18 में तिलहनों का उत्पादन 298.8 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के 312.8 लाख टन से कम है। तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन का उत्पादन 113.9 लाख टन, मूंगफली का उत्पादन 82.2 लाख टन और केस्टर सीड का उत्पादन 15 लाख टन होने का अनुमान है. ......... आर एस राणा
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