आर एस राणा
नई
दिल्ली। जैविक एग्री उत्पादों की मांग दिनों-दिन बढ़ रही है, साथ ही इनके
दाम भी सामान्य एग्री उत्पादों की तुलना में अधिक होने के कारण किसान जैविक
खेती अपना कर ज्यादा मुनाफा कमा सकते है। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन
सिंह ने बुधवार को दिल्ली में उद्योग संगठन एसोचैम की ओर से जैविक खेती पर
आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत दुनिया में सबसे बड़ा
जैविक उत्पादक देश है।
उन्होनें कहा कि दुनिया में लोगों के
खानपान का तरीका बदल रहा है तथा लोग जैविक उत्पादों को अपने आहार का हिस्सा
बना रहे हैं। इसके लिए वह ज्यादा खर्च करने को भी तैयार हैं। इसलिए आगे
जैविक एग्री उत्पादों की मांग में और भी बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि देश के किसानों में मिट्टी के स्वास्थ्य को लेकर जागरुकता
बढ़ रही है, इसी का परिणाम है कि किसान वैज्ञानिक तरीके से जैविक खेती कर
रहे हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि यह सही है कि रासायनिक उर्वरकों
के उपयोग से खाद्यान्न के साथ फल और सब्जियों का उत्पादन काफी बढ़ा है
लेकिन लेकिन अब इस पर सवाल उठाये जा रहे हैं क्योंकि देश के कई राज्यों में
रासायनिकों के अंधाधुंध उपयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति पर बुरा असर पड़ा
है। देश में करीब 22.5 लाख हेक्टेयर में जैविक खेती की जा रही है।
परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत संस्थागत रुप से ढाई लाख हेक्टेयर में
किसान जैविक खेती कर रहे हैं। ................ आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें