आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले दस महीनों अप्रैल से जनवरी के
दौरान जहां गैर बासमती चावल के निर्यात में 17.7 लाख टन की भारी बढ़ोतरी
हुई है, वहीं बासमती चावल का निर्यात भी इस दौरान पिछले साल की तुलना में
23,000 टन ज्यादा हुआ है।
वाणिज्य एवं उद्वोग मंत्रालय के अनुसार
चालू वित्त वर्ष 2017-18 के अप्रैल से जनवरी के दौरान गैर बासमती चावल का
निर्यात बढ़कर 70.17 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17
की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 52.47 लाख टन का ही हुआ था। बासमती
चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2017-18 के अप्रैल से जनवरी के दौरान
बढ़कर 32.74 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में
इसका निर्यात 32.51 लाख टन का ही हुआ था।
बासमती चावल के सौदों में तेजी की उम्मीद
केआरबीएल
लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल मित्तल ने बताया कि
बासमती चावल में निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है तथा आगे निर्यात सौदों में
और तेजी आने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष 2017-18 में बासमती चावल का कुल
निर्यात 40 लाख टन के करीब ही होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि
पूसा-1121 बासमती चावल सेला का भाव विश्व बाजार में 1,150 से 1,200 डॉलर
प्रति टन चल रहा है।
उत्पादक मंडियों में धान की आवक घटी
खुरानियां
एग्रो के रामनिवास खुरानिया ने बताया कि उत्पादक मंडियों में बासमती धान
के साथ ही गैर-बासमती धान की आवक कम हो गई है, अप्रैल में गेहूं की आवक
शुरू हो जायेगी, इसलिए धान की आवक मंडियों में बंद हो जायेगी। हरियाणा की
करनाल मंडी में गुरुवार को पूसा 1,121 बासमती धान का भाव 3,600 से 3,700
रुपये और बासमती चावल सेला का भाव 6,700 से 6,800 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
चावल का रिकार्ड उत्पादन का अनुमान
कृषि
मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2017-18 के दूसरे अग्रिम अनुमान में चावल का
रिकार्ड उत्पादन 11.10 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका
उत्पादन 10.97 करोड़ टन का हुआ था।..... आर एस राणा
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