आर एस राणा
नई
दिल्ली। उत्तर प्रदेश में चीनी मिलें बंद होने लगी है जबकि किसानों के
बकाया की राशि बढ़कर 9,583.26 करोड़ रुपये को पार कर चुकी है। गन्ना अभी भी
खेतों में खड़ा हुआ है अत: बकाया भुगतान में देरी के साथ ही मिलों में
पेराई बंद होने से राज्य के किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है।
पांच मिलों में हो चुकी है पेराई बंद
उत्तर
प्रदेश शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपीएसएमए) के अनुसार 23 मार्च 2018 तक राज्य
की 5 चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दी है। बंद हुई चीनी मिलों के एरिया में
गन्ना अभी खेतों में खड़ा हुआ है अत: मिलों द्वारा गन्ने की खरीद नहीं
करने से किसानों को औने-पौने दाम पर गन्ना कोल्हू संचालकों को बेचने पर
मजबूर होना पड़ रहा है।
बकाया राशि बढ़कर 9,583.26 करोड़ रुपये हुई
यूपीएसएमए
के अनुसार चालू पेराई सीजन में राज्य की चीनी मिलों ने किसानों से
26,701.79 करोड़ रुपये मूल्य का गन्ना खरीदा है जबकि 23 मार्च 2018 तक
किसानों को 17,118.53 करोड़ रुपये का भुगतान ही किया है। अत: राज्य की चीनी
मिलों पर किसानों के बकाया की राशि बढ़कर 9,583.26 करोड़ रुपये हो गई है।
नियमों के अनुसार 14 दिन के अंदर भुगतान नहीं करने पर चीनी मिलों को
किसानों की बकाया धनराशि पर ब्याज देना होता है।
राज्य में 89.88 लाख टन चीनी का हो चुका है उत्पादन
राज्य
में चालू पेराई सीजन 2017-18 में पहली अक्टूबर 2017 से 23 मार्च 2018 तक
89.88 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन 2016-17 की
समान अवधि में राज्य में 75.49 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई
सीजन में गन्ने में रिकवरी की दर 10.69 फीसदी की आ रही है जबकि पिछले
पेराई सीजन में रिकवरी की दर 10.46 फीसदी की ही आ रही थी। उत्तर प्रदेश में
चीनी के भाव 3,000 से 3,150 रुपये प्रति क्विंटल (एक्स फैक्ट्री) चल रहे
हैं।............... आर एस राणा
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