आर एस राणा
नई
दिल्ली। खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागत के डेढ़ गुना
निर्धारित किए जायेंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने शुक्रवार को
फिक्की की ओर से आयोजित मक्का सम्मेलन में कहां कि इस बारे में नीति आयोग
से चर्चा की गई है, राज्यों के साथ भी जल्दी ही इस विचार-विमर्श किया
जायेगा।
उन्होंने कहा कि कुछ फसलों का एमएसपी लागत का डेढ़ गुना
दिया जा रहा है लेकिन कुछ फसलों के मामले में लागत का डेढ़ गुना मूल्य
नहीं मिल रहा है। खरीफ फसलों की आवक बनने से पहले ही इनका एमएसपी घोषित कर
दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मक्का का एमएसपी भी उत्पादन लागत का डेढ़
गुना नहीं है।
उन्होने कहा कि फसलों के भाव उत्पादक मंडियों में
एमएसपी से नीचे आते हैं, तो सरकारी स्तर पर खरीद की जायेगी। इससे राजकोष पर
बोझ तो बढ़ेगा, लेकिन लोगों को यह समझना चाहिये कि इस पर पहला अधिकार
किसानों और मजदूरों का है।
कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार, आंध्र
प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान सहित कई राज्यों में व्यापक
पैमाने पर मक्का की खेती की जाती है। उन्होंने विश्व की तुलना में भारत में
प्रति हेक्टेयर मक्के की कम उत्पादकता पर चिंता व्यक्त की।
केंद्र
सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2017-18 के लिए मक्का का एमएसपी 1,425 रुपये
प्रति क्विंटल तय हुआ है जबकि उत्पादक राज्यों की मंडियों में किसानों को
1,250 से 1,300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मक्का बेचनी पड़ रही है। ............ आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें