आर एस राणा
नई
दिल्ली। किसानों को अपनी उपज औने-पौने दाम पर नहीं बेचनी पड़े, इसके लिए
राजस्थान सरकार ने चालू रबी में सरसों के साथ ही चना की न्यनूतम समर्थन
मूल्य (एमएसपी) पर खरीद करने का फैसला किया है। राज्य की मंडियों से राजफैड
14 मार्च से सरसों और 21 मार्च से चना की खरीद शुरू करेगी।
सरसों का उत्पादन कम होने का अनुमान
राजस्थान
के कृषि निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मंडियों में सरसों की नई
फसल की आवक चालू हो गई है तथा किसानों को सरसों की बिक्री एमएसपी ने नीचे
नहीं करनी पड़े, इसलिए सरसों की खरीद एमएसपी पर राजफैड के माध्यम से की
जायेगी। उन्होंने बताया कि दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार चालू रबी में
सरसों का उत्पादन 31.88 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले फसल सीजन
2016-17 में राज्य में सरसों का 38 लाख टन का उत्पादन हुआ था।
चना का उत्पादन बढ़ेगा
उन्होनें
बताया कि चना की आवक अगले आठ-दस दिनों में चालू हो जायेगी, इसलिए चना की
खरीद 21 मार्च से शुरू की जायेगी। चालू रबी में राज्य में चना का उत्पादन
बढ़कर 15.86 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 14.08
लाख टन का ही हुआ था।
चना और सरसों के भाव एमएसपी से नीचे
राज्य
की भरतपुर मंडी में सरसों के भाव 3,800 से 3,825 रुपये प्रति क्विंटल चल
रहे हैं जबकि नई सरसों की दैनिक आवक 5,000 से 6,000 बोरी की हो रही है।
केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए सरसों का एमएसपी 4,000
रुपये प्रति क्विंटल (बोनस सहित) तय किया हुआ है। जयपुर मंडी में चना के
भाव शनिवार को 3,800 रुपये प्रति क्विंटल रहे जबकि केंद्र सरकार ने चना का
एमएसपी चालू रबी विपणन सीजन के लिए 4,400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ
है। ..................... आर एस राणा
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