लालमिर्च की प्रमुख गुंटूर मंडी 6 जून तक रहेंगी बंद
आर एस राणा
नई दिल्ली। गुंटूर मंडी में कोल्ड स्टोर से लालमिर्च की आवक षुरु हो गई है जबकि आमतौर पर कोल्ड स्टोर से लालमिर्च की बिकवाली गर्मियों की छूट्टियों के बाद षुरु होती है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार चालू सीजन में लालमिर्च की पैदावार आंध्रप्रदेष में कम हुई है जिससे स्टॉक भी पिछले साल की तुलना में कम है। एक अनुमान के अनुसार आंध्रप्रदेष में लालमिर्च का करीब 50 लाख बोरी (एक बोरी-40 किलो) का स्टॉक हुआ है।
गुंटूर मंडी में लालमिर्च की दैनिक आवक कम हो रही है, लेकिन निर्यात मांग भी कमजोर होने से भाव में नरमी का ही रुख है। आमतौर पर लालमिर्च में निर्यात और घरेलू मांग गर्मियों की छूट्यिों के बाद बढ़ती है। इस बार गुंटूर मंडी गर्मियों की छुट्टियों के कारण 6 मई से 6 जून तक बंद रहेगी जोकि सामान्य के मुकाबले आठ से दस पहले ही षुरु हो रही हैं।
गुंटूर मंडी में गुरुवार को लालमिर्च की दैनिक आवक 15 से 20 हजार बोरी की हुई तथा 341 क्वालिटी की लालमिर्च के भाव 8,500 से 11,500 रुपये, तेजा क्वालिटी के भाव 8,000 से 11,000 रुपये, एस-10 के भाव 8,000 से 11,000 रुपये, 273 नं. की क्वालिटी की लालमिर्च के भाव 8,500 से 11,500 रुपये, 334 क्वालिटी के भाव 8,000 से 11,000 रुपये, ब्याडगी क्वालिटी के भाव 10,000 से 12,800 रुपये और फटकी क्वालिटी के भाव 5,500 से 8,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान लालमिर्च के निर्यात में 2 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 2.53 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2.47 लाख टन का हुआ था। विष्व बाजार में भारतीय लालमिर्च का भाव 3.75 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 2.82 डॉलर प्रति किलो था।......आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। गुंटूर मंडी में कोल्ड स्टोर से लालमिर्च की आवक षुरु हो गई है जबकि आमतौर पर कोल्ड स्टोर से लालमिर्च की बिकवाली गर्मियों की छूट्टियों के बाद षुरु होती है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार चालू सीजन में लालमिर्च की पैदावार आंध्रप्रदेष में कम हुई है जिससे स्टॉक भी पिछले साल की तुलना में कम है। एक अनुमान के अनुसार आंध्रप्रदेष में लालमिर्च का करीब 50 लाख बोरी (एक बोरी-40 किलो) का स्टॉक हुआ है।
गुंटूर मंडी में लालमिर्च की दैनिक आवक कम हो रही है, लेकिन निर्यात मांग भी कमजोर होने से भाव में नरमी का ही रुख है। आमतौर पर लालमिर्च में निर्यात और घरेलू मांग गर्मियों की छूट्यिों के बाद बढ़ती है। इस बार गुंटूर मंडी गर्मियों की छुट्टियों के कारण 6 मई से 6 जून तक बंद रहेगी जोकि सामान्य के मुकाबले आठ से दस पहले ही षुरु हो रही हैं।
गुंटूर मंडी में गुरुवार को लालमिर्च की दैनिक आवक 15 से 20 हजार बोरी की हुई तथा 341 क्वालिटी की लालमिर्च के भाव 8,500 से 11,500 रुपये, तेजा क्वालिटी के भाव 8,000 से 11,000 रुपये, एस-10 के भाव 8,000 से 11,000 रुपये, 273 नं. की क्वालिटी की लालमिर्च के भाव 8,500 से 11,500 रुपये, 334 क्वालिटी के भाव 8,000 से 11,000 रुपये, ब्याडगी क्वालिटी के भाव 10,000 से 12,800 रुपये और फटकी क्वालिटी के भाव 5,500 से 8,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान लालमिर्च के निर्यात में 2 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 2.53 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2.47 लाख टन का हुआ था। विष्व बाजार में भारतीय लालमिर्च का भाव 3.75 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 2.82 डॉलर प्रति किलो था।......आर एस राणा
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