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17 मई 2016

मेंथा की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान

नई आवक बनने पर भाव में आ सकती है गिरावट
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू फसल सीजन में मेंथा तेल का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। पिछले साल कुल 38 से 40 हजार टन मेंथा तेल का उत्पादन हुआ था जबकि चालू सीजन में उत्पादन 45 हजार टन से ज्यादा होने का अनुमान है।
जानकारों के अनुसार जून महीने के पहले सप्ताह में मेंथा की नई फसल की आवक षुरु हो जायेगी, उत्पादक क्षेत्रों में मौसम फसल के अनुकूल बना हुआ है। हालांकि जहां सिंचाई के साधन कम है वहां तेल की मात्रा में कमी आ सकती है लेकिन बुवाई में बढ़ोतरी को देखते हुए पैदावार पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है।
इस समय उत्पादक केंद्रों पर मेंथा की दैनिक आवक 100 से 150 ड्रम (एक ड्रम-180 किलो) की हो रही है जबकि भाव 990 से 1,000 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। जून में आवक बढ़ने पर इसकी कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति किलो की गिरावट आ सकती है। इस समय उत्पादक केंद्रों पर बकाया स्टॉक कम है तथा कीमतें पहले ही काफी नीचे हैं इसलिए मौजूदा कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति किलो की गिरावट आने पर खरीद ही करनी चाहिए क्योंकि भविष्य तेजी का ही है।
सामान्यतः देष में मेंथा तेल की सालाना खपत करीब 35 से 40 हजार टन की ही होती है लेकिन नीचे भाव पर खपत बढ़ जाती है, क्योंकि भाव नीचे होने के कारण स्थिेंटिक मेंथा का उपयोग कम हो जाता है। इस समय मेंथा तेल के निर्यात सौदे भी नहीं के बराबर हो रहे है तथा आयातक नई फसल का इंतजार कर रहे हैं।
भारतीय मसला बोर्ड के अनुसार वित वर्ष 2015-16 के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान मेंथा उत्पादों का निर्यात 14,400 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 20,196 टन का हुआ था। इस समय निर्यात सौदे 15.50 से 16 डॉलर प्रति किलो की दर से हो रहे हैं।.......आर एस राणा

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