आर एस राणा
नई दिल्ली। बिहार में रबी मक्का की कटाई में तेजी आई है तथा राज्य मंडियों में मक्का के भाव 1,150 से 1,180 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे है। इस समय मक्का में पंजाब, हरियाणा के साथ कोलक्कता की मांग भी अच्छी बनी हुई है जिससे मौजूदा कीमतों में और भी 15 से 25 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आने का अनुमान है।
बिहार में करीब 55 से 60 फीसदी मक्का की कटाई हो चुकी है तथा चालू महीने के आखिर तक आवक का दबाव रहेगा, जून में उत्पादक राज्यों में मक्का की दैनिक आवक कम हो जायेगी।
विष्व बाजार में दाम कम होने के कारण भारत से मक्का का निर्यात सीमित मात्रा में ही हो रहा है। अप्रैल महीने में देष से 6,346 टन मक्का का निर्यात हुआ जबकि मार्च महीने में देष से 3,932 टन मक्का का निर्यात हुआ था। अप्रैल महीने में मक्का के निर्यात सौदे औसतन 238.08 डॉलर प्रति टन एफओबी की दर से हुए हैं।
उधर पिछले समय हुए मक्का के आयात सौदे के कारण अप्रैल महीने में 1,387.75 टन मक्का का यूक्रेन से आयात भी हुआ है, यूक्रेन से आयातित मक्का का भाव 193.92 डॉलर प्रति टन सीएंडएफ है। विष्व बाजार में मक्का के भाव सस्ते होने के कारण भारत से निर्यात सीमित मात्रा में ही रहेगा, इसलिए मक्का की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है।.......आर एस राणा
नई दिल्ली। बिहार में रबी मक्का की कटाई में तेजी आई है तथा राज्य मंडियों में मक्का के भाव 1,150 से 1,180 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे है। इस समय मक्का में पंजाब, हरियाणा के साथ कोलक्कता की मांग भी अच्छी बनी हुई है जिससे मौजूदा कीमतों में और भी 15 से 25 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आने का अनुमान है।
बिहार में करीब 55 से 60 फीसदी मक्का की कटाई हो चुकी है तथा चालू महीने के आखिर तक आवक का दबाव रहेगा, जून में उत्पादक राज्यों में मक्का की दैनिक आवक कम हो जायेगी।
विष्व बाजार में दाम कम होने के कारण भारत से मक्का का निर्यात सीमित मात्रा में ही हो रहा है। अप्रैल महीने में देष से 6,346 टन मक्का का निर्यात हुआ जबकि मार्च महीने में देष से 3,932 टन मक्का का निर्यात हुआ था। अप्रैल महीने में मक्का के निर्यात सौदे औसतन 238.08 डॉलर प्रति टन एफओबी की दर से हुए हैं।
उधर पिछले समय हुए मक्का के आयात सौदे के कारण अप्रैल महीने में 1,387.75 टन मक्का का यूक्रेन से आयात भी हुआ है, यूक्रेन से आयातित मक्का का भाव 193.92 डॉलर प्रति टन सीएंडएफ है। विष्व बाजार में मक्का के भाव सस्ते होने के कारण भारत से निर्यात सीमित मात्रा में ही रहेगा, इसलिए मक्का की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है।.......आर एस राणा
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