नेफेड ने
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय से खुले बाजार में 4,100 रुपये प्रति क्विंटल की
दर से चना बेचने की अनुमति मांगी है। अगले महीने चना की नई फसल की आवक शुरू
होगी, जबकि नेफेड के पास करीब 16 लाख टन चना का स्टॉक है।
सूत्रों के अनुसार खाद्य मंत्रालय 16 लाख टन चना में से 10 लाख टन को केंद्रीय पूल में रखेगा, जबकि छह लाख टन बेचने की अनुमति देगा। केंद्रीय पूल में दालों का कुल स्टॉक 14.6 लाख टन और नेफेड के पास दालों का करीब 21 लाख टन का बफर स्टॉक है। अत: केंद्रीय पूल में दलहन का करीब 35 लाख टन का बकाया स्टॉक है।
चालू रबी में चना की बुआई पिछले साल के 95.44 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 105.35 लाख हेक्टयेर में हो चुकी है जबकि मौसम भी फसल के अनुकूल है। ऐसे में माना जा रहा है कि चालू सीजन में चना का रिकार्ड उत्पादन हो, अत: नेफेड नई फसल से पहले पुराना स्टॉक बेचना चाहती है, जिससे चना की कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है।
सूत्रों के अनुसार खाद्य मंत्रालय 16 लाख टन चना में से 10 लाख टन को केंद्रीय पूल में रखेगा, जबकि छह लाख टन बेचने की अनुमति देगा। केंद्रीय पूल में दालों का कुल स्टॉक 14.6 लाख टन और नेफेड के पास दालों का करीब 21 लाख टन का बफर स्टॉक है। अत: केंद्रीय पूल में दलहन का करीब 35 लाख टन का बकाया स्टॉक है।
चालू रबी में चना की बुआई पिछले साल के 95.44 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 105.35 लाख हेक्टयेर में हो चुकी है जबकि मौसम भी फसल के अनुकूल है। ऐसे में माना जा रहा है कि चालू सीजन में चना का रिकार्ड उत्पादन हो, अत: नेफेड नई फसल से पहले पुराना स्टॉक बेचना चाहती है, जिससे चना की कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें