आर एस राणा
नई दिल्ली। इंडोनेशिया और मलेशिया में पाम तेल की बायोफ्यूल में खपत बढ़ने और उत्पादन अनुमान में कमी आने से आरबीडी पामोलीन और क्रुड पाम तेल की कीमतों में अक्टूबर से अभी तक करीब 50 फीसदी की तेजी आ चुकी है जिसका असर आयात पर भी पड़ा है। दिसंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 7 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 11,28,281 टन का ही हुआ है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार क्रुड पाम तेल का भाव बढ़कर मुंबई में 15 जनवरी को 830 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) हो गया जबकि अक्टूबर में इसका औसतन भाव 541 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से आरबीडी पामोलीन की कीमतें बढ़कर मुंबई में 15 जनवरी को 815 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) हो गई जबकि इसका भाव भी अक्टूबर में 567 डॉलर प्रति टन था। आयात महंगा होने से घरेलू बाजार में भी खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आई, जिस कारण केंद्र सरकार ने हाल ही में आयात शुल्क में भी कटौती की थी। सरकार ने रिफाइंड पामोलीन के आयात पर शुल्क को 50 फीसदी से घटाकर 45 फीसदी और क्रूड पाम तेल पर आयात शुल्क 40 फीसदी से घटाकर 37.50 फीसदी कर दिया, जो एक जनवरी से लागू गया है।
नवंबर और दिसंबर में आयात घटा
एसईए के अनुसार दिसंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 7 फीसदी घटकर 11,28,281 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में आयात 12,11,164 टन का हुआ था। चालू तेल वर्ष नवंबर-19 से अक्टूबर-20 के पहले दो महीनों नवंबर, दिसंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 3.8 फीसदी घटकर 22,55,501 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 23,45,057 टन का हुआ था। हाल ही में केंद्र सरकार ने उद्योग को राहत देने के लिए आरबीडी रिफाइंड तेल के साथ ही पामोलीन के आयात को प्रतिबंधित श्रेणी में शामिल किया है जबकि क्रुड पॉम तेल का आयात मुक्त श्रेणी में ही रखा गया है। इससे क्रुड पाम तेल के आयात में आगे बढ़ोतरी होगी। दिल्ली के नया बाजार के खाद्य तेलों के कारोबारी हेंमत गुप्ता ने बताया कि घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में पिछले तीन-चार महीनों से लगातार तेजी बनी हुई थी, लेकिन पिछले दो-तीन दिनों से कीमतों में नरमी आई है।
खुदरा कीमतों में भी आई तेजी
उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अनुसार खुदरा में पाम तेल के भाव दिल्ली में गुरूवार को 108 रुपये प्रति किलो हो गए, जबकि 15 अक्टूबर को इसका भाव 79 रुपये प्रति किलो था। इसी तरह से सोया रिफाइंड तेल का भाव भी 15 अक्टूबर को 105 रुपये प्रति किलो था, जोकि बढ़कर गुरूवार को 122 रुपये प्रति किलो हो गया। सनफ्लावर तेल का भाव भी इस दौरान 116 रुपये से बढ़कर 124 रुपये प्रति किलो हो गया।
पिछले तेल वर्ष में खाद्य तेलों का आयात बढ़ा
एसईए के अनुसार तेल वर्ष 2018-19 (नवंबर-18 से अक्टूबर-19) के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात बढ़कर 149.13 लाख टन का हुआ, जोकि इसके पिछले साल के 145.16 लाख टन से ज्यादा था। तेल वर्ष 2016-17 में देश में रिकार्ड 150.77 लाख टन खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात हुआ था।.......... आर एस राणा
नई दिल्ली। इंडोनेशिया और मलेशिया में पाम तेल की बायोफ्यूल में खपत बढ़ने और उत्पादन अनुमान में कमी आने से आरबीडी पामोलीन और क्रुड पाम तेल की कीमतों में अक्टूबर से अभी तक करीब 50 फीसदी की तेजी आ चुकी है जिसका असर आयात पर भी पड़ा है। दिसंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 7 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 11,28,281 टन का ही हुआ है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार क्रुड पाम तेल का भाव बढ़कर मुंबई में 15 जनवरी को 830 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) हो गया जबकि अक्टूबर में इसका औसतन भाव 541 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से आरबीडी पामोलीन की कीमतें बढ़कर मुंबई में 15 जनवरी को 815 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) हो गई जबकि इसका भाव भी अक्टूबर में 567 डॉलर प्रति टन था। आयात महंगा होने से घरेलू बाजार में भी खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आई, जिस कारण केंद्र सरकार ने हाल ही में आयात शुल्क में भी कटौती की थी। सरकार ने रिफाइंड पामोलीन के आयात पर शुल्क को 50 फीसदी से घटाकर 45 फीसदी और क्रूड पाम तेल पर आयात शुल्क 40 फीसदी से घटाकर 37.50 फीसदी कर दिया, जो एक जनवरी से लागू गया है।
नवंबर और दिसंबर में आयात घटा
एसईए के अनुसार दिसंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 7 फीसदी घटकर 11,28,281 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में आयात 12,11,164 टन का हुआ था। चालू तेल वर्ष नवंबर-19 से अक्टूबर-20 के पहले दो महीनों नवंबर, दिसंबर में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 3.8 फीसदी घटकर 22,55,501 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 23,45,057 टन का हुआ था। हाल ही में केंद्र सरकार ने उद्योग को राहत देने के लिए आरबीडी रिफाइंड तेल के साथ ही पामोलीन के आयात को प्रतिबंधित श्रेणी में शामिल किया है जबकि क्रुड पॉम तेल का आयात मुक्त श्रेणी में ही रखा गया है। इससे क्रुड पाम तेल के आयात में आगे बढ़ोतरी होगी। दिल्ली के नया बाजार के खाद्य तेलों के कारोबारी हेंमत गुप्ता ने बताया कि घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में पिछले तीन-चार महीनों से लगातार तेजी बनी हुई थी, लेकिन पिछले दो-तीन दिनों से कीमतों में नरमी आई है।
खुदरा कीमतों में भी आई तेजी
उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अनुसार खुदरा में पाम तेल के भाव दिल्ली में गुरूवार को 108 रुपये प्रति किलो हो गए, जबकि 15 अक्टूबर को इसका भाव 79 रुपये प्रति किलो था। इसी तरह से सोया रिफाइंड तेल का भाव भी 15 अक्टूबर को 105 रुपये प्रति किलो था, जोकि बढ़कर गुरूवार को 122 रुपये प्रति किलो हो गया। सनफ्लावर तेल का भाव भी इस दौरान 116 रुपये से बढ़कर 124 रुपये प्रति किलो हो गया।
पिछले तेल वर्ष में खाद्य तेलों का आयात बढ़ा
एसईए के अनुसार तेल वर्ष 2018-19 (नवंबर-18 से अक्टूबर-19) के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात बढ़कर 149.13 लाख टन का हुआ, जोकि इसके पिछले साल के 145.16 लाख टन से ज्यादा था। तेल वर्ष 2016-17 में देश में रिकार्ड 150.77 लाख टन खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात हुआ था।.......... आर एस राणा
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