आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन के पहले तीन महीने बीतने के बाद चीनी उत्पादन में 30.22 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल उत्पादन 77.95 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 111.72 लाख टन का उत्पादन हो चुका था।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ और सूखे के कारण गन्ने की फसल को नुकसान हुआ था जिस कारण इन राज्यों में चीनी के उत्पादन में कमी आई है। देशभर में चालू पेराई सीजन में 437 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय 507 मिलों में पेराई चल रही थी।
महाराष्ट्र में दो चीनी मिलों में पेराई हुई बंद
इस्मा के अनुसार महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 31 दिसंबर तक 16.50 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक राज्य में 44.57 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। राज्य में केवल 137 चीनी मिलों में पेराई चल रही है, जबकि पिछले साल इस समय 187 मिलों में पेराई चल रही थी। राज्य के अहमदनगर और औरंगाबाद में दो चीनी मिलों में पेराई बंद भी हो गई है। चालू सीजन में राज्य में बेमौसम बारिश, बाढ़ और सूखे से गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ जिस कारण रिकवरी की दर भी 10 फीसदी ही आ रही है जबकि पिछले साल इस समय तक 10.50 फीसदी की आ रही थी।
उत्तर प्रदेश में उत्पादन में हुई है बढ़ोतरी
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 119 चीनी मिलों में पेराई चल रही है तथा राज्य में 31 दिसंबर तक 33.16 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल राज्य में इस समय 117 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही थी, और उत्पादन 31.07 लाख टन का हुआ था। राज्य में गन्ने में औसतन रिकवरी की दर 10.84 फीसदी की आ रही है।
कर्नाटक और गुजरात में भी घटा चीनी का उत्पादन
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर 2019 से 31 दिसंबर 2019 तक 16.33 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में राज्य में 21.03 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। राज्य में 63 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल 65 मिलों में पेराई चल रही थी। अन्य राज्यों में गुजरात में 31 दिसंबर तक चीनी का उत्पादन 2.65 लाख टन, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में 96 हजार टन, तमिलनाडु में 95 हजार टन, बिहार में 2.33 लाख टन, हरियाणा में 1.35 लाख टन, पंजाब 1.60 लाख टन, उत्तराखंड में 1.06 लाख टन और मध्य प्रदेश में एक लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।........... आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन के पहले तीन महीने बीतने के बाद चीनी उत्पादन में 30.22 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल उत्पादन 77.95 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 111.72 लाख टन का उत्पादन हो चुका था।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ और सूखे के कारण गन्ने की फसल को नुकसान हुआ था जिस कारण इन राज्यों में चीनी के उत्पादन में कमी आई है। देशभर में चालू पेराई सीजन में 437 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय 507 मिलों में पेराई चल रही थी।
महाराष्ट्र में दो चीनी मिलों में पेराई हुई बंद
इस्मा के अनुसार महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 31 दिसंबर तक 16.50 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक राज्य में 44.57 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। राज्य में केवल 137 चीनी मिलों में पेराई चल रही है, जबकि पिछले साल इस समय 187 मिलों में पेराई चल रही थी। राज्य के अहमदनगर और औरंगाबाद में दो चीनी मिलों में पेराई बंद भी हो गई है। चालू सीजन में राज्य में बेमौसम बारिश, बाढ़ और सूखे से गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ जिस कारण रिकवरी की दर भी 10 फीसदी ही आ रही है जबकि पिछले साल इस समय तक 10.50 फीसदी की आ रही थी।
उत्तर प्रदेश में उत्पादन में हुई है बढ़ोतरी
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 119 चीनी मिलों में पेराई चल रही है तथा राज्य में 31 दिसंबर तक 33.16 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल राज्य में इस समय 117 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही थी, और उत्पादन 31.07 लाख टन का हुआ था। राज्य में गन्ने में औसतन रिकवरी की दर 10.84 फीसदी की आ रही है।
कर्नाटक और गुजरात में भी घटा चीनी का उत्पादन
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर 2019 से 31 दिसंबर 2019 तक 16.33 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में राज्य में 21.03 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। राज्य में 63 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल 65 मिलों में पेराई चल रही थी। अन्य राज्यों में गुजरात में 31 दिसंबर तक चीनी का उत्पादन 2.65 लाख टन, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में 96 हजार टन, तमिलनाडु में 95 हजार टन, बिहार में 2.33 लाख टन, हरियाणा में 1.35 लाख टन, पंजाब 1.60 लाख टन, उत्तराखंड में 1.06 लाख टन और मध्य प्रदेश में एक लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।........... आर एस राणा
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