आर एस राणा
नई दिल्ली। उपभोक्ताओं को इस समय भले ही प्याज महंगे दाम पर खरीदना पड़ रहा है, लेकिन फसल सीजन 2019-20 में प्याज, आलू के साथ ही टमाटर का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार बागवानी फसलों का उत्पादन 0.84 फीसदी बढ़कर रिकार्ड 31.33 करोड़ टन होने का अनुमान है।
किसान पारंपरिक फसलों के बजाए बागवानी फसलों की बुआई को तरजीह दे रहे हैं, यही कारण है कि बागवानी फसलों की बुआई में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों की बुवाई 256.1 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि इसके पिछले साल के 254.3 लाख हेक्टयेर से ज्यादा है। बुआई में हुई बढ़ोतरी से फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़कर 31.33 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इनका उत्पादन 31.07 करोड़ टन का हुआ था। बागवानी फसलों का उत्पादन खाद्यान्न उत्पादन से भी ज्यादा हो रहा है।
प्याज का उत्पादन 7.17 फीसदी और आलू का 3.49 फीसदी बढ़ने का अनुमान
पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में प्याज का उत्पादन 7.17 फीसदी बढ़कर 244.5 लाख टन का होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 228.2 लाख टन का उत्पादन हुआ था। फसल सीजन 2018-19 में कई राज्यों में बेमौसम बारिश और बाढ़ से प्याज की खरीफ और लेट खरीफ फसल को भारी नुकसान हुआ था, जिस कारण उत्पादन में कमी आई। आलू का उत्पादन 3.49 फीसदी बढ़कर 519.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2018-19 में 510.9 लाख टन का उत्पादन हुआ था। टमाटर का उत्पादन इस दौरान 1.68 फीसदी बढ़कर 193.3 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 190.1 लाख टन का उत्पादन ही हुआ था।
बेमौसम बारिश और बाढ़ से अंगुर, केला, आम, पपीता, अनार को नुकसान
फलों का उत्पादन फसल सीजन 2019-20 के पहले अनुमान के अनुसार 2.27 फीसदी घटने का अनुमान है। कई राज्यों में बेमौसम बारिश और बाढ़ से अंगुर, केला, आम और पपीता के साथ ही अनार की फसल को नुकसान हुआ है, जिसका असर उत्पादन पर पड़ा है। सब्जियों का उत्पादन चालू फसल सीजन में पिछले साल की तुलना में 2.64 फीसदी ज्यादा होने का अनुमान है। .............. आर एस राणा
नई दिल्ली। उपभोक्ताओं को इस समय भले ही प्याज महंगे दाम पर खरीदना पड़ रहा है, लेकिन फसल सीजन 2019-20 में प्याज, आलू के साथ ही टमाटर का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार बागवानी फसलों का उत्पादन 0.84 फीसदी बढ़कर रिकार्ड 31.33 करोड़ टन होने का अनुमान है।
किसान पारंपरिक फसलों के बजाए बागवानी फसलों की बुआई को तरजीह दे रहे हैं, यही कारण है कि बागवानी फसलों की बुआई में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों की बुवाई 256.1 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि इसके पिछले साल के 254.3 लाख हेक्टयेर से ज्यादा है। बुआई में हुई बढ़ोतरी से फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़कर 31.33 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इनका उत्पादन 31.07 करोड़ टन का हुआ था। बागवानी फसलों का उत्पादन खाद्यान्न उत्पादन से भी ज्यादा हो रहा है।
प्याज का उत्पादन 7.17 फीसदी और आलू का 3.49 फीसदी बढ़ने का अनुमान
पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में प्याज का उत्पादन 7.17 फीसदी बढ़कर 244.5 लाख टन का होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 228.2 लाख टन का उत्पादन हुआ था। फसल सीजन 2018-19 में कई राज्यों में बेमौसम बारिश और बाढ़ से प्याज की खरीफ और लेट खरीफ फसल को भारी नुकसान हुआ था, जिस कारण उत्पादन में कमी आई। आलू का उत्पादन 3.49 फीसदी बढ़कर 519.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2018-19 में 510.9 लाख टन का उत्पादन हुआ था। टमाटर का उत्पादन इस दौरान 1.68 फीसदी बढ़कर 193.3 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 190.1 लाख टन का उत्पादन ही हुआ था।
बेमौसम बारिश और बाढ़ से अंगुर, केला, आम, पपीता, अनार को नुकसान
फलों का उत्पादन फसल सीजन 2019-20 के पहले अनुमान के अनुसार 2.27 फीसदी घटने का अनुमान है। कई राज्यों में बेमौसम बारिश और बाढ़ से अंगुर, केला, आम और पपीता के साथ ही अनार की फसल को नुकसान हुआ है, जिसका असर उत्पादन पर पड़ा है। सब्जियों का उत्पादन चालू फसल सीजन में पिछले साल की तुलना में 2.64 फीसदी ज्यादा होने का अनुमान है। .............. आर एस राणा
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