आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी सीजन में गेहूं की बुआई 11.79 फीसदी बढ़कर रिकार्ड 334.35 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि रबी फसलों का कुल रकबा 9.47 फीसदी बढ़कर 654.13 लाख हेक्टेयर हो चुका है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार गेहूं के साथ ही दलहन, मोटे अनाजों और तिलहन की बुआई बढ़ी है। रबी फसलों की कुल बुआई बढ़कर 654.13 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 597.52 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। गेहूं की बुआई बढ़कर 334.35 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 299.08 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। सामान्यत: गेहूं की बुआई 305.58 लाख हेक्टेयर में ही होती है। फसल सीजन 2016-17 में गेहूं की बुआई 313.60 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में अक्टूबर, नवंबर में हुई बारिश से गेहूं की बुआई में बढ़ोतरी हुई है। चालू रबी में मध्य प्रदेश में गेहूं की बुआई बढ़कर 79.68 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 60 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। इसी तरह से गुजरात में 13.90 लाख हेक्टेयर में और महाराष्ट्र में 10.05 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है जबकि पिछले साल इन राज्यों में क्रमश: 8.07 और 5.58 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। राजस्थान में गेहूं की बुआई 33.15 और पंजाब में 35.08 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक इन राज्यों में क्रमश: 28.25 और 35.20 लाख हेक्टेयर में बुआई हो पाई थी। हरियाणा में 24.90 और उत्तर प्रदेश में गेहूं की बुआई 98.70 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
चना की बुआई में बढ़ोतरी, मसूर की कम
दालों की बुआई चालू रबी में बढ़कर 159.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 150.60 लाख हेक्टेयर में दालों की बुआई हुई थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुआई पिछले साल के 95.89 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 106.40 लाख हेक्टयेर में हो चुकी है। मसूर की बुआई 16.02 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 16.88 लाख हेक्टेयर से कम है। मटर की बुआई 9.56 लाख हेक्टेयर में, उड़द की बुआई 7.42 लाख हेक्टेयर में और मूंग की बुआई 5.57 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 10.41 लाख हेक्टेयर, 7.26 लाख हेक्टेयर और 5.67 लाख हेक्टयेर में ही हुई थी।
ज्वार, मक्का के साथ ही जौ की बुआई ज्यादा
मोटे अनाजों की बुआई बढ़कर चालू रबी सीजन में 54.83 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई 47.08 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मोटे अनाजों में ज्वार की बुआई बढ़कर 29.91 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई 24.87 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मक्का की बुआई 16.47 लाख हेक्टेयर और जौ की बुआई 7.82 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 14.23 और 7.25 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
सरसों की बुआई पिछले साल के लगभग बराबर, मूंगफली की बढ़ी
रबी तिलहन की बुआई 79.66 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 79.61 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों की बुआई 69.24 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुआई 69.45 लाख हेक्टेयर में हुई थी। मूंगफली की बुआई 4.60 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 4.33 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। अलसी की बुआई 3.33 लाख हेक्टेयर और सनफ्लावर की बुआई 1.01 लाख हेक्टेयर में हुई है। धान की रोपाई चालू रबी में बढ़कर 26.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई केवल 21.15 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।............ आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी सीजन में गेहूं की बुआई 11.79 फीसदी बढ़कर रिकार्ड 334.35 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि रबी फसलों का कुल रकबा 9.47 फीसदी बढ़कर 654.13 लाख हेक्टेयर हो चुका है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार गेहूं के साथ ही दलहन, मोटे अनाजों और तिलहन की बुआई बढ़ी है। रबी फसलों की कुल बुआई बढ़कर 654.13 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 597.52 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। गेहूं की बुआई बढ़कर 334.35 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 299.08 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। सामान्यत: गेहूं की बुआई 305.58 लाख हेक्टेयर में ही होती है। फसल सीजन 2016-17 में गेहूं की बुआई 313.60 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में अक्टूबर, नवंबर में हुई बारिश से गेहूं की बुआई में बढ़ोतरी हुई है। चालू रबी में मध्य प्रदेश में गेहूं की बुआई बढ़कर 79.68 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 60 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। इसी तरह से गुजरात में 13.90 लाख हेक्टेयर में और महाराष्ट्र में 10.05 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है जबकि पिछले साल इन राज्यों में क्रमश: 8.07 और 5.58 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। राजस्थान में गेहूं की बुआई 33.15 और पंजाब में 35.08 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक इन राज्यों में क्रमश: 28.25 और 35.20 लाख हेक्टेयर में बुआई हो पाई थी। हरियाणा में 24.90 और उत्तर प्रदेश में गेहूं की बुआई 98.70 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
चना की बुआई में बढ़ोतरी, मसूर की कम
दालों की बुआई चालू रबी में बढ़कर 159.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 150.60 लाख हेक्टेयर में दालों की बुआई हुई थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुआई पिछले साल के 95.89 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 106.40 लाख हेक्टयेर में हो चुकी है। मसूर की बुआई 16.02 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 16.88 लाख हेक्टेयर से कम है। मटर की बुआई 9.56 लाख हेक्टेयर में, उड़द की बुआई 7.42 लाख हेक्टेयर में और मूंग की बुआई 5.57 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 10.41 लाख हेक्टेयर, 7.26 लाख हेक्टेयर और 5.67 लाख हेक्टयेर में ही हुई थी।
ज्वार, मक्का के साथ ही जौ की बुआई ज्यादा
मोटे अनाजों की बुआई बढ़कर चालू रबी सीजन में 54.83 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई 47.08 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मोटे अनाजों में ज्वार की बुआई बढ़कर 29.91 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई 24.87 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मक्का की बुआई 16.47 लाख हेक्टेयर और जौ की बुआई 7.82 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 14.23 और 7.25 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
सरसों की बुआई पिछले साल के लगभग बराबर, मूंगफली की बढ़ी
रबी तिलहन की बुआई 79.66 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 79.61 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों की बुआई 69.24 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुआई 69.45 लाख हेक्टेयर में हुई थी। मूंगफली की बुआई 4.60 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 4.33 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। अलसी की बुआई 3.33 लाख हेक्टेयर और सनफ्लावर की बुआई 1.01 लाख हेक्टेयर में हुई है। धान की रोपाई चालू रबी में बढ़कर 26.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी रोपाई केवल 21.15 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।............ आर एस राणा
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