आर एस राणा
नई दिल्ली। चीनी का पेराई सीजन आरंभ हुए साढ़े तीन महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक देशभर में केवल 436 मिलों में ही पेराई शुरू हुई है जबकि पिछले साल इस समय 507 मिलों में पेराई चल रही थी। मिल चलने में हुई देरी के साथ ही महाराष्ट्र और कर्नाटक में उत्पादन में आई कमी के कारण पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2019-20 में 15 जनवरी तक चीनी का उत्पादन 26.16 फीसदी घटकर 108.90 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 147.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था।
नेशनल फेडरेशन आफ कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (एनएफसीएसएफ) के अनुसार चालू पेराई सीजन में अभी तक केवल 436 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हुई है। महाराष्ट्र में चालू सीजन में केवल 139 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो पाई है जबकि पिछले साल 191 मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी। कर्नाटक में 63, गुजरात में 15 और आंध्रप्रदेश में 10 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इन राज्यों में क्रमश: 65,16 और 18 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी। उत्तर प्रदेश में जरुर चालू सीजन में 119 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी है जोकि पिछले साल की 117 मिलों के मुकाबले दो मिलों में ज्यादा है। तमिलनाडु में भी केवल 16 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हुई है जबकि पिछले साल 23 मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी।
उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन बढ़ा, महाराष्ट्र में भारी गिरावट
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 15 जनवरी तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 43.80 लाख टन का हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 41.95 लाख टन से ज्यादा है। महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन घटकर केवल 25.50 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 57.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में अभी तक उत्पादन में 55.41 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले सीजन में राज्य में 107 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था, लेकिन बेमौसम बारिश, बाढ़ और सूखे के कारण चालू सीजन में उत्पादन में भारी कमी आने का अनुमान है। चालू पेराई सीजन में देशभर में गन्ने में औसतन रिकवरी की दर 10.17 फीसदी की ही आ रही है जबकि पिछले पेराई सीजन में 10.53 फीसदी की आ रही थी।
कर्नाटक, गुजरात और आंध्रप्रदेश में भी उत्पादन कम
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 22.10 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 26.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। गुजरात में 3.70 लाख टन और आंध्रप्रदेश में 1.15 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इन राज्यों में क्रमश: 5.95 लाख टन और 1.60 लाख टन का उत्पादन हो चुका था। अन्य राज्यों में बिहार में 3.05 लाख टन, हरियाणा में 1.95 लाख टन, मध्य प्रदेश में 1.15 लाख टन, पंजाब में 2.30 लाख टन, तमिलनाडु में 1.65 लाख टन, उत्तराखंड में 1.40 लाख टन और तेलंगाना में 80 हजार टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
चालू पेराई सीजन में 263 लाख टन उत्पादन का अनुमान
एनएफसीएसएफ के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 263 लाख टन होने का अनुमान है जिसमें उत्तर प्रदेश में 118 लाख टन, महाराष्ट्र में 55 लाख टन, कर्नाटक में 33 लाख टन और गुजरात में 10 टन, आंध्रप्रदेश में 5 लाख टन, बिहार में 8 लाख टन, हरियाणा में 7 लाख टन और मध्य प्रदेश में 4.50 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है। अन्य राज्यों में पंजाब में 7 लाख टन, तमिलनाडु में 8 लाख टन, तेलंगाना में 2.50 लाख टन और उत्तराखंड में 4 लाख टन तथा अन्य राज्यों में एक लाख टन के उत्पादन का अनुमान है।.... आर एस राणा
नई दिल्ली। चीनी का पेराई सीजन आरंभ हुए साढ़े तीन महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक देशभर में केवल 436 मिलों में ही पेराई शुरू हुई है जबकि पिछले साल इस समय 507 मिलों में पेराई चल रही थी। मिल चलने में हुई देरी के साथ ही महाराष्ट्र और कर्नाटक में उत्पादन में आई कमी के कारण पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2019-20 में 15 जनवरी तक चीनी का उत्पादन 26.16 फीसदी घटकर 108.90 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 147.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था।
नेशनल फेडरेशन आफ कोआपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (एनएफसीएसएफ) के अनुसार चालू पेराई सीजन में अभी तक केवल 436 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हुई है। महाराष्ट्र में चालू सीजन में केवल 139 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो पाई है जबकि पिछले साल 191 मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी। कर्नाटक में 63, गुजरात में 15 और आंध्रप्रदेश में 10 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इन राज्यों में क्रमश: 65,16 और 18 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी। उत्तर प्रदेश में जरुर चालू सीजन में 119 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी है जोकि पिछले साल की 117 मिलों के मुकाबले दो मिलों में ज्यादा है। तमिलनाडु में भी केवल 16 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हुई है जबकि पिछले साल 23 मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी।
उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन बढ़ा, महाराष्ट्र में भारी गिरावट
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 15 जनवरी तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 43.80 लाख टन का हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 41.95 लाख टन से ज्यादा है। महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन घटकर केवल 25.50 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 57.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में अभी तक उत्पादन में 55.41 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले सीजन में राज्य में 107 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था, लेकिन बेमौसम बारिश, बाढ़ और सूखे के कारण चालू सीजन में उत्पादन में भारी कमी आने का अनुमान है। चालू पेराई सीजन में देशभर में गन्ने में औसतन रिकवरी की दर 10.17 फीसदी की ही आ रही है जबकि पिछले पेराई सीजन में 10.53 फीसदी की आ रही थी।
कर्नाटक, गुजरात और आंध्रप्रदेश में भी उत्पादन कम
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 22.10 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 26.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। गुजरात में 3.70 लाख टन और आंध्रप्रदेश में 1.15 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इन राज्यों में क्रमश: 5.95 लाख टन और 1.60 लाख टन का उत्पादन हो चुका था। अन्य राज्यों में बिहार में 3.05 लाख टन, हरियाणा में 1.95 लाख टन, मध्य प्रदेश में 1.15 लाख टन, पंजाब में 2.30 लाख टन, तमिलनाडु में 1.65 लाख टन, उत्तराखंड में 1.40 लाख टन और तेलंगाना में 80 हजार टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
चालू पेराई सीजन में 263 लाख टन उत्पादन का अनुमान
एनएफसीएसएफ के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 263 लाख टन होने का अनुमान है जिसमें उत्तर प्रदेश में 118 लाख टन, महाराष्ट्र में 55 लाख टन, कर्नाटक में 33 लाख टन और गुजरात में 10 टन, आंध्रप्रदेश में 5 लाख टन, बिहार में 8 लाख टन, हरियाणा में 7 लाख टन और मध्य प्रदेश में 4.50 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है। अन्य राज्यों में पंजाब में 7 लाख टन, तमिलनाडु में 8 लाख टन, तेलंगाना में 2.50 लाख टन और उत्तराखंड में 4 लाख टन तथा अन्य राज्यों में एक लाख टन के उत्पादन का अनुमान है।.... आर एस राणा
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