आर एस राणा
नई दिल्ली। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण दिसंबर में डीओसी के निर्यात में 79 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 67,562 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में इसका निर्यात 3,24,927 टन का हुआ था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीओसी के दाम नीचे हैं, जबकि घरेलू बाजार में तिलहन की कीमतें उंची बनी हुई है। जिससे डीओसी के भाव भी तेज हैं इसी का असर निर्यात पर पड़ा है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान डीओसी के निर्यात में 25 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 18,02,434 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 24,11,248 टन का निर्यात हुआ था।
सोया के साथ सरसों डीओसी का निर्यात घटा, केस्टर डीओसी का बढ़ा
एसईए के अनुसार दिसंबर में सोया डीओसी का निर्यात केवल 5,876 टन का ही हुआ है जबकि नवंबर में इसका निर्यात 69,415 टन का हुआ था। चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में सोया डीओसी का निर्यात 5,02,992 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 9,24,542 टन का निर्यात हुआ था। सरसों डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष में 7,05,630 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 8,63,267 टन का हुआ था। हालांकि केस्टर डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में बढ़कर 4,69,248 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2,92,511 टन का ही हुआ था।
डीओसी की कीमतों में आई भारी तेजी
भारतीय बंदरगाह पर दिसंबर 2019 में सोया डीओसी के भाव बढ़कर 476 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि पिछले साल दिसंबर में इसके भाव 364 डॉलर प्रति टन थे। सरसों डीओसी के दाम भी इस दौरान 222 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 245 डॉलर प्रति टन हो गए। केस्टर डीओसी के भाव पिछले साल दिसंबर में घरेलू बंदरगाह पर 82 डॉलर प्रति टन थे जोकि दिसंबर 2019 में बढ़कर 92 डॉलर प्रति टन हो गए।...... आर एस राणा
नई दिल्ली। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण दिसंबर में डीओसी के निर्यात में 79 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 67,562 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में इसका निर्यात 3,24,927 टन का हुआ था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीओसी के दाम नीचे हैं, जबकि घरेलू बाजार में तिलहन की कीमतें उंची बनी हुई है। जिससे डीओसी के भाव भी तेज हैं इसी का असर निर्यात पर पड़ा है। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान डीओसी के निर्यात में 25 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 18,02,434 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 24,11,248 टन का निर्यात हुआ था।
सोया के साथ सरसों डीओसी का निर्यात घटा, केस्टर डीओसी का बढ़ा
एसईए के अनुसार दिसंबर में सोया डीओसी का निर्यात केवल 5,876 टन का ही हुआ है जबकि नवंबर में इसका निर्यात 69,415 टन का हुआ था। चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में सोया डीओसी का निर्यात 5,02,992 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 9,24,542 टन का निर्यात हुआ था। सरसों डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष में 7,05,630 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 8,63,267 टन का हुआ था। हालांकि केस्टर डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में बढ़कर 4,69,248 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2,92,511 टन का ही हुआ था।
डीओसी की कीमतों में आई भारी तेजी
भारतीय बंदरगाह पर दिसंबर 2019 में सोया डीओसी के भाव बढ़कर 476 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि पिछले साल दिसंबर में इसके भाव 364 डॉलर प्रति टन थे। सरसों डीओसी के दाम भी इस दौरान 222 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 245 डॉलर प्रति टन हो गए। केस्टर डीओसी के भाव पिछले साल दिसंबर में घरेलू बंदरगाह पर 82 डॉलर प्रति टन थे जोकि दिसंबर 2019 में बढ़कर 92 डॉलर प्रति टन हो गए।...... आर एस राणा
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