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11 जनवरी 2020

उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का मिलों पर चालू पेराई सीजन का बकाया बढ़कर 4,200 करोड़ के पार

आर एस राणा
नई दिल्ली। जैसे-जैसे गन्ना पेराई सीजन आगे बढ़ रहा है, उसी के साथ गन्ना किसानों का बकाया भी चीनी मिलों पर बढ़ने लगा है। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू चालू पेराई सीजन में 10 जनवरी 2020 तक उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान का राज्य की चीनी मिलों पर बकाया बढ़कर 4,283 करोड़ रुपये पहुंच गया हैं जबकि पिछले पेराई सीजन का भी राज्य की चीनी मिलों ने किसानों को अभी तक 1,815.57 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है।
उत्तर प्रदेश के गन्ना आयुक्त कार्यालय के अनुसार चालू पेराई सीजन 2019-20 में पहली अक्टूबर 2019 से 10 जनवरी 2020 तक राज्य की चीनी मिलों ने किसानों से 9,131 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है जिसमें से भुगतान केवल 4,848 करोड़ रुपये का ही किया है। अत: राज्य की चीनी मिलों पर बकाया बढ़कर 4,283 करोड़ पहुंच गया है। बकाया में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी राज्य की प्रावइेट चीनी मिलों पर 3,860 करोड़ रुपये है। इसके अलावा राज्य की सहकारी चीनी मिलों पर बकाया 343 करोड़ रुपये और निगम की चीनी मिलों पर बकाया 78.87 करोड़ रुपये है।
बीते पेराई सीजन का भी 1,815 करोड़ रुपये बचा है बकाया
गन्ना आयुक्त कार्यालय के अनुसार गन्ना किसानों का पेराई सीजन 2018-19 का भी राज्य की चीनी मिलों पर 1,815 करोड़ रुपये अभी भी बकाया है। इसके अलावा पेराई सीजन 2107-18 का 40.54 करोड़ रुपये और पेराई सीजन 2016-17 का 22.29 करोड़ रुपये का भुगतान भी चीनी मिलों ने अभी तक किसानों को नहीं किया है। तय नियमों के अनुसार चीनी मिलों को गन्ना खरीदने के 14 दिनों के अंदर किसानों को गन्ने का भुगतान करना होगा है, बकाया में देरी होने पर चीनी मिलों को ब्याज देना होगा।
चीनी उत्पादन तो बढ़ा, लेकिन रिकवरी पिछले साल से कम
चालू पेराई सीजन में 10 जनवरी तक राज्य में चीनी का उत्पादन 40.32 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 38.40 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन तो बढ़ा है, लेकिन गन्ने में रिकवरी की दर पिछले साल की तुलना में कम आ रही है। चालू पेराई सीजन में अभी तक रिकवरी औसतन 10.80 फीसदी की आई है, जबकि पिछले साल औसतन 10.94 फीसदी की आई थी।..... आर एस राणा

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