आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में कपास की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरकारी खरीद तो 261.30 फीसदी बढ़कर 38.66 लाख गांठ की हो चुकी है लेकिन उत्पादक मंडियों में कपास के दाम 5,200 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल ही हैं जबकि केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए लॉन्ग स्टेपल कपास का समर्थन मूल्य 5,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
कॉटन कार्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू सीजन में निगम समर्थन मूल्य पर 38.66 लाख गांठ कपास की खरीद कर चुकी है जबकि पिछले पूरे सीजन में निगम ने केवल 10.7 लाख गांठ कपास की खरीद ही की थी। उन्होंने बताया कि अभी तक हुई खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी तेलंगाना की 22.15 लाख गांठ है। अन्य राज्यों में कर्नाटक से 1.15 लाख गांठ, आंध्रप्रदेश से 1.05 लाख गांठ, महाराष्ट्र से 6.4 लाख गांठ, मध्य प्रदेश से 1.05 लाख गांठ तथा गुजरात से 2.20 लाख गांठ कपास की खरीद की है। उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से 4.45 लाख गांठ तथा ओडिशा से 57 हजार गांठ कपास की खरीद हुई है।
अभी तक 14—15 लाख गांठ के हुए हैं निर्यात सौदे
कमल कॉटन ट्रेडर्स प्रा. लिमिटेड के डायरेक्टर राकेश राठी ने बताया कि मंडियों में कपास की दैनिक आवक लगातार बढ़ रही है, जबकि सीसीआई समर्थन मूल्य पर सीमित मात्रा में ही खरीद कर रही है। इसीलिए उत्पादक मंडियों में कपास के दाम 5,200 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार चल रहे हैं। चालू सीजन में कपास का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में अभी तक करीब 14 से 15 लाख गांठ कपास के निर्यात सौदे ही हुए हैं, जोकि पिछले साल की तुलना में कम हैं।
विदेशी बाजार में भाव में और सुधार आने का अनुमान
अहमदाबाद के कपास कारोबारी नरेश कुमार गुप्ता ने बताया कि अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कपास के भाव मंगलवार को घटकर 40,500 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रहे जोकि पिछले सप्ताह उपर में भाव 41,000 रुपये प्रति कैंडी हो गए थे। उन्होंने बताया कि विदेशी बाजार में कपास की कीमतों में सुधार आया है। न्यूयार्क वायदा में कॉटन के मार्च महीने के भाव 71.25 सेंट प्रति पाउंड हो गए। उन्होंने बताया कि विदेशी बाजार में भाव में और सुधार आने का अनुमान है, जिससे चालू सीजन में कपास का कुल निर्यात 44 से 45 लाख गांठ का होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में पाकिस्तान को कपास का निर्यात नहीं हो रहा है।
कपास का उत्पादन अनुमान ज्यादा
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) द्वारा जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार कपास का उत्पादन 354.50 लाख गांठ होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के 312 लाख गांठ से ज्यादा है। पहली अक्टूबर से 31 दिसंबर तक उत्पादक मंडियों में 125.89 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है। चालू फसल सीजन में 42 लाख गांठ कपास के निर्यात का अनुमान है जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है। कपास का आयात चालू सीजन में घटकर 25 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 32 लाख गांठ कपास का निर्यात हुआ था। कॉटन एडवाइजरी बोर्ड (सीएबी) ने फसल सीजन 2019-20 में देश में कपास का उत्पादन 360 लाख गांठ होने का अनुमान जारी किया है जबकि कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार 322.67 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान है।............ आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में कपास की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरकारी खरीद तो 261.30 फीसदी बढ़कर 38.66 लाख गांठ की हो चुकी है लेकिन उत्पादक मंडियों में कपास के दाम 5,200 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल ही हैं जबकि केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2019-20 के लिए लॉन्ग स्टेपल कपास का समर्थन मूल्य 5,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
कॉटन कार्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू सीजन में निगम समर्थन मूल्य पर 38.66 लाख गांठ कपास की खरीद कर चुकी है जबकि पिछले पूरे सीजन में निगम ने केवल 10.7 लाख गांठ कपास की खरीद ही की थी। उन्होंने बताया कि अभी तक हुई खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी तेलंगाना की 22.15 लाख गांठ है। अन्य राज्यों में कर्नाटक से 1.15 लाख गांठ, आंध्रप्रदेश से 1.05 लाख गांठ, महाराष्ट्र से 6.4 लाख गांठ, मध्य प्रदेश से 1.05 लाख गांठ तथा गुजरात से 2.20 लाख गांठ कपास की खरीद की है। उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से 4.45 लाख गांठ तथा ओडिशा से 57 हजार गांठ कपास की खरीद हुई है।
अभी तक 14—15 लाख गांठ के हुए हैं निर्यात सौदे
कमल कॉटन ट्रेडर्स प्रा. लिमिटेड के डायरेक्टर राकेश राठी ने बताया कि मंडियों में कपास की दैनिक आवक लगातार बढ़ रही है, जबकि सीसीआई समर्थन मूल्य पर सीमित मात्रा में ही खरीद कर रही है। इसीलिए उत्पादक मंडियों में कपास के दाम 5,200 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार चल रहे हैं। चालू सीजन में कपास का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में अभी तक करीब 14 से 15 लाख गांठ कपास के निर्यात सौदे ही हुए हैं, जोकि पिछले साल की तुलना में कम हैं।
विदेशी बाजार में भाव में और सुधार आने का अनुमान
अहमदाबाद के कपास कारोबारी नरेश कुमार गुप्ता ने बताया कि अहमदाबाद में शंकर-6 किस्म की कपास के भाव मंगलवार को घटकर 40,500 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रहे जोकि पिछले सप्ताह उपर में भाव 41,000 रुपये प्रति कैंडी हो गए थे। उन्होंने बताया कि विदेशी बाजार में कपास की कीमतों में सुधार आया है। न्यूयार्क वायदा में कॉटन के मार्च महीने के भाव 71.25 सेंट प्रति पाउंड हो गए। उन्होंने बताया कि विदेशी बाजार में भाव में और सुधार आने का अनुमान है, जिससे चालू सीजन में कपास का कुल निर्यात 44 से 45 लाख गांठ का होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में पाकिस्तान को कपास का निर्यात नहीं हो रहा है।
कपास का उत्पादन अनुमान ज्यादा
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) द्वारा जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार कपास का उत्पादन 354.50 लाख गांठ होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के 312 लाख गांठ से ज्यादा है। पहली अक्टूबर से 31 दिसंबर तक उत्पादक मंडियों में 125.89 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है। चालू फसल सीजन में 42 लाख गांठ कपास के निर्यात का अनुमान है जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है। कपास का आयात चालू सीजन में घटकर 25 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 32 लाख गांठ कपास का निर्यात हुआ था। कॉटन एडवाइजरी बोर्ड (सीएबी) ने फसल सीजन 2019-20 में देश में कपास का उत्पादन 360 लाख गांठ होने का अनुमान जारी किया है जबकि कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार 322.67 लाख गांठ कपास के उत्पादन का अनुमान है।............ आर एस राणा
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