आर एस राणा
नई दिल्ली। अगस्त में केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का रिकार्ड 711.18 लाख टन का स्टॉक है जबकि पहली अक्टूबर से धान की सरकारी खरीद शुरू हो जायेगी। केंद्र सरकार के पास खाद्यान्न की कुल भंडारण क्षमता 877.34 लाख की है, ऐसे में खरीफ सीजन में तय लक्ष्य 418 लाख टन चावल के भंडारण के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की परेशानी बढ़ने की आशंका है।
एफसीआई के अनुसार केंद्रीय पूल में पहली अगस्त को खाद्यान्न का 711.18 लाख टन का रिकार्ड स्टॉक है इसमें 435.88 लाख टन गेहूं और 275.30 लाख टन चावल है। एफसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खाद्यान्न की कुल भंडारण क्षमता 877.37 लाख टन (स्वयं की, राज्यों की और किराए पर ली गई) को मिलाकर है। उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन में 418 लाख टन चावल की न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमएसपी) पर खरीद का लक्ष्य तय किया है। हालांकि उन्होंने बताया कि खरीदे गए धान को पहले मिलिंग के लिए चावल मिलों में भेजा जायेगा, मिलिंग होने के बाद ही चावल केंद्रीय गोदामों में आयेगा। उन्होंने बताया कि पिछले खरीफ में खरीदा गया करीब 80 लाख धान अभी भी चावल मिलों के पास मिलिंग का बचा हुआ है जिसका चावल भी केंद्रीय गोदामों में आना है।
बफर स्टॉक के दोगुने से भी ज्यादा है खाद्याान्न स्टॉक
उन्होंने बताया कि केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक तय मानकों के अनुसार बफर स्टॉक पहली अक्टूबर 257.70 लाख टन (82.50 लाख चावल और 175.20 लाख टन गेहूं) होना चाहिए, इसमें 50 लाख टन रिजर्व स्टॉक को भी मिला दे तो कुल खाद्यान्न का स्टॉक 307.70 लाख टन ही होना चाहिए जबकि केंद्रीय पूल में तय मानक से दोगुने से भी ज्यादा 711.18 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक है। वर्ष 2018 में अगस्त में खाद्यान्न का केंद्रीय पूल में स्टॉक 627.13 लाख टन का था।
पिछले खरीफ में 443.04 लाख टन चावल की हुई थी खरीद
उन्होंने बताया कि खाद्यान्न की कुल भंडारण क्षमता 877.37 लाख टन को मिलाकर है इसमें 749.90 लाख टन भंडारण क्षमता के कवर्ड गोदाम है, जबकि 127.47 लाख टन के लिए कवर एवं प्लिंथ (कैप) की भंडारण क्षमता के गोदाम है। रबी विपणन सीजन 2019-20 में एमएसपी पर 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद की गई थी, जबकि खरीफ विपणन सीजन 2018-19 में 443.04 लाख टन चावल की खरीद समर्थन मूल्य पर हुई थी।........... आर एस राणा
नई दिल्ली। अगस्त में केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का रिकार्ड 711.18 लाख टन का स्टॉक है जबकि पहली अक्टूबर से धान की सरकारी खरीद शुरू हो जायेगी। केंद्र सरकार के पास खाद्यान्न की कुल भंडारण क्षमता 877.34 लाख की है, ऐसे में खरीफ सीजन में तय लक्ष्य 418 लाख टन चावल के भंडारण के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की परेशानी बढ़ने की आशंका है।
एफसीआई के अनुसार केंद्रीय पूल में पहली अगस्त को खाद्यान्न का 711.18 लाख टन का रिकार्ड स्टॉक है इसमें 435.88 लाख टन गेहूं और 275.30 लाख टन चावल है। एफसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खाद्यान्न की कुल भंडारण क्षमता 877.37 लाख टन (स्वयं की, राज्यों की और किराए पर ली गई) को मिलाकर है। उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन में 418 लाख टन चावल की न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमएसपी) पर खरीद का लक्ष्य तय किया है। हालांकि उन्होंने बताया कि खरीदे गए धान को पहले मिलिंग के लिए चावल मिलों में भेजा जायेगा, मिलिंग होने के बाद ही चावल केंद्रीय गोदामों में आयेगा। उन्होंने बताया कि पिछले खरीफ में खरीदा गया करीब 80 लाख धान अभी भी चावल मिलों के पास मिलिंग का बचा हुआ है जिसका चावल भी केंद्रीय गोदामों में आना है।
बफर स्टॉक के दोगुने से भी ज्यादा है खाद्याान्न स्टॉक
उन्होंने बताया कि केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक तय मानकों के अनुसार बफर स्टॉक पहली अक्टूबर 257.70 लाख टन (82.50 लाख चावल और 175.20 लाख टन गेहूं) होना चाहिए, इसमें 50 लाख टन रिजर्व स्टॉक को भी मिला दे तो कुल खाद्यान्न का स्टॉक 307.70 लाख टन ही होना चाहिए जबकि केंद्रीय पूल में तय मानक से दोगुने से भी ज्यादा 711.18 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक है। वर्ष 2018 में अगस्त में खाद्यान्न का केंद्रीय पूल में स्टॉक 627.13 लाख टन का था।
पिछले खरीफ में 443.04 लाख टन चावल की हुई थी खरीद
उन्होंने बताया कि खाद्यान्न की कुल भंडारण क्षमता 877.37 लाख टन को मिलाकर है इसमें 749.90 लाख टन भंडारण क्षमता के कवर्ड गोदाम है, जबकि 127.47 लाख टन के लिए कवर एवं प्लिंथ (कैप) की भंडारण क्षमता के गोदाम है। रबी विपणन सीजन 2019-20 में एमएसपी पर 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद की गई थी, जबकि खरीफ विपणन सीजन 2018-19 में 443.04 लाख टन चावल की खरीद समर्थन मूल्य पर हुई थी।........... आर एस राणा
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