आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खरीदे जाने वाले खाद्यान्न की 100 फीसदी पैकिंग जूट बोरी में अनिवार्य की जायेगी। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए जूट की बोरी में खाद्यान्न के भंडारण को अनिवार्य बनाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि एफसीआई इस समय 85 फीसदी पैकिंग जूट की बोरी में करती है, तथा शेष 15 फीसदी पैकिंग के लिए प्लास्टिक के बोरों का उपयोग करती है। उन्होंने कहा जूट से अनिवार्य पैकिंग करने के लिए जूट के उत्पादन को बढ़ाना होगा।
प्याज की कीमतों में चल रही तेजी के बारे में उन्होंने कहा कि प्याज की कीमतों में हाल में हुई वृद्धि अस्थायी है और इस पर जल्दी नियंत्रण पा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में प्याज का उत्पादन खपत की तुलना में ज्यादा हुआ है लेकिन सितंबर से नवंबर के दौरान सामान्यत: प्याज, आलू और टमाटर की कीमतों में तेजी बन जाती है।
राज्यों से प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाने के लिए केंद्र ने लिखा
उन्होंने बताया कि प्याज की कीमतों में तेजी रोकने के लिए सरकार ने हाल ही प्याज के निर्यात को हत्तोत्साहित करने के लिए 850 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) लगाया है साथ ही राज्य सरकारों से प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाने के लिए भी कहा है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय पूल में करीब 45 हजार टन प्याज का स्टॉक है तथा केंद्रीय पूल से प्याज की नेफेड द्वारा लगातार बिकवाली भी की जा रही है।
2,000 टन से ज्यादा प्याज के आयात की जरुरत नहीं
उन्होंने बताया कि एमएमटीसी ने 2,000 टन प्याज आयात के निविदा मांगी हैं। घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता ज्यादा है, जबकि नवंबर में प्याज की खरीफ की फसल आ जायेगी। इसलिए और ज्यादा प्याज के आयात की जरुरत नहीं पड़ेगी। दिल्ली की आजादपुर मंडी में मंगलवार को प्याज का भाव बढ़कर 17.50 से 37.50 रुपये प्रति किलो हो गया, जबकि दिल्ली में फूटकर में प्याज के भाव बढ़कर 40 से 50 रुपये प्रति प्रति किलो तक हो गए हैं।...... आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खरीदे जाने वाले खाद्यान्न की 100 फीसदी पैकिंग जूट बोरी में अनिवार्य की जायेगी। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए जूट की बोरी में खाद्यान्न के भंडारण को अनिवार्य बनाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि एफसीआई इस समय 85 फीसदी पैकिंग जूट की बोरी में करती है, तथा शेष 15 फीसदी पैकिंग के लिए प्लास्टिक के बोरों का उपयोग करती है। उन्होंने कहा जूट से अनिवार्य पैकिंग करने के लिए जूट के उत्पादन को बढ़ाना होगा।
प्याज की कीमतों में चल रही तेजी के बारे में उन्होंने कहा कि प्याज की कीमतों में हाल में हुई वृद्धि अस्थायी है और इस पर जल्दी नियंत्रण पा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में प्याज का उत्पादन खपत की तुलना में ज्यादा हुआ है लेकिन सितंबर से नवंबर के दौरान सामान्यत: प्याज, आलू और टमाटर की कीमतों में तेजी बन जाती है।
राज्यों से प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाने के लिए केंद्र ने लिखा
उन्होंने बताया कि प्याज की कीमतों में तेजी रोकने के लिए सरकार ने हाल ही प्याज के निर्यात को हत्तोत्साहित करने के लिए 850 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) लगाया है साथ ही राज्य सरकारों से प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाने के लिए भी कहा है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय पूल में करीब 45 हजार टन प्याज का स्टॉक है तथा केंद्रीय पूल से प्याज की नेफेड द्वारा लगातार बिकवाली भी की जा रही है।
2,000 टन से ज्यादा प्याज के आयात की जरुरत नहीं
उन्होंने बताया कि एमएमटीसी ने 2,000 टन प्याज आयात के निविदा मांगी हैं। घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता ज्यादा है, जबकि नवंबर में प्याज की खरीफ की फसल आ जायेगी। इसलिए और ज्यादा प्याज के आयात की जरुरत नहीं पड़ेगी। दिल्ली की आजादपुर मंडी में मंगलवार को प्याज का भाव बढ़कर 17.50 से 37.50 रुपये प्रति किलो हो गया, जबकि दिल्ली में फूटकर में प्याज के भाव बढ़कर 40 से 50 रुपये प्रति प्रति किलो तक हो गए हैं।...... आर एस राणा
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