आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान गैर बासमती चावल के निर्यात में 36.67 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 17.06 लाख टन का ही हुआ है। बासमती चावल के निर्यात में इस दौरान 9.06 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 14.34 लाख टन का हुआ है।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में गैर बासमती चावल का निर्यात मूल्य के हिसाब से घटकर 4,816 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 7,560 करोड़ रुपये का हुआ था। मात्रा के हिसाब से इसका निर्यात घटकर 17.06 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 26.94 लाख टन का निर्यात हुआ था। बासमती चावल का निर्यात अप्रैल से जुलाई के दौरान मूल्य के हिसाब से घटकर 10,847 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 11,575 करोड़ रुपये का हुआ था। मात्रा के हिसाब चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में बासमती चावल का निर्यात 14.34 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 15.77 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
ग्वार गम उत्पादों के साथ दालों का निर्यात भी कम
ग्वार गम उत्पादों का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले चार महीनों में 14.88 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 17.77 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से ग्वार गम उत्पादों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल से जुलाई के 1,613 करोड़ रुपये मूल्य से घटकर चालू वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,261 करोड़ रुपये का ही हुआ है। इसी तरह से दालों का निर्यात भी चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में घटकर 84,525 टन का 606 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 1.25 लाख टन का 764 करोड़ रुपये का हुआ था।
डेयरी उत्पादों के निर्यात में भी आई कमी
डेयरी उत्पादों का निर्यात भी चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान 781 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 782 करोड़ रुपये का हुआ था। प्रोसेस फ्रुट और जूस उत्पादों के निर्यात में भी जरुर चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,316 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 1,252 करोड़ रुपये का ही हुआ था।...... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान गैर बासमती चावल के निर्यात में 36.67 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 17.06 लाख टन का ही हुआ है। बासमती चावल के निर्यात में इस दौरान 9.06 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 14.34 लाख टन का हुआ है।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में गैर बासमती चावल का निर्यात मूल्य के हिसाब से घटकर 4,816 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 7,560 करोड़ रुपये का हुआ था। मात्रा के हिसाब से इसका निर्यात घटकर 17.06 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 26.94 लाख टन का निर्यात हुआ था। बासमती चावल का निर्यात अप्रैल से जुलाई के दौरान मूल्य के हिसाब से घटकर 10,847 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 11,575 करोड़ रुपये का हुआ था। मात्रा के हिसाब चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में बासमती चावल का निर्यात 14.34 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 15.77 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
ग्वार गम उत्पादों के साथ दालों का निर्यात भी कम
ग्वार गम उत्पादों का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले चार महीनों में 14.88 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 17.77 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से ग्वार गम उत्पादों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल से जुलाई के 1,613 करोड़ रुपये मूल्य से घटकर चालू वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,261 करोड़ रुपये का ही हुआ है। इसी तरह से दालों का निर्यात भी चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में घटकर 84,525 टन का 606 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 1.25 लाख टन का 764 करोड़ रुपये का हुआ था।
डेयरी उत्पादों के निर्यात में भी आई कमी
डेयरी उत्पादों का निर्यात भी चालू वित्त वर्ष 2019-20 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान 781 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 782 करोड़ रुपये का हुआ था। प्रोसेस फ्रुट और जूस उत्पादों के निर्यात में भी जरुर चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,316 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 1,252 करोड़ रुपये का ही हुआ था।...... आर एस राणा
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