आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) में जल्द ही लाभार्थी स्वयं रजिस्ट्रशन कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन के साथ ही लाभार्थी इस योजना के तहत मिलने वाली किस्त की जांच भी कर सकेंगे। यह सुविधा लाभार्थी को कॉमन सर्विस सेंटर (केसीसी) के माध्यम से मिलेगी।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए सरकार ने पीएम-किसान योजना पोटर्ल को सुगम बनाने का फैसला किया है। लाभार्थी इस योजना के लिए केसीसी के माध्यम से स्वयं रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे, तथा खाते में पैसे आए या नहीं इसकी भी जांच कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि अक्टूबर से रबी फसलों की बुआई का सीजन शुरू हो जाएगा, साथ ही त्यौहारी सीजन भी शुरू हो रहा है। इसलिए जिन लाभार्थियों को दूसरी और तीसरी किस्त का भुगतान नहीं हुआ है, उन्हें जल्द भुगतान किया जायेगा।
कुल लाभार्थियों का 64 फीसदी ही हुआ है रजिस्ट्रेशन
उन्होंने बताया कि देशभर के 13.32 करोड़ किसान पीएम-योजना के दायरे में आते हैं तथा अभी तक 8.56 लाख किसानों का रजिस्ट्रेशन ही हुआ है। यह कुल लाभार्थियों का 64 फीसदी है। पश्चिम बंगाल और लक्षद्वीप के किसानों का डेटा अभी तक मंत्रालय को मिला नहीं है। उन्होंने बताया कि पीएम किसान योजना की पहली किस्त देश के 6.54 करोड़ किसानों को मिली है, जबकि दूसरी किस्त केवल 3.83 करोड़ और तीसरी किस्त 1.41 करोड़ किसानों को मिली है।
राज्यों से एक सप्ताह में लाभार्थियों की लिस्ट मांगी
उन्होंने बताया कि राज्य सरकारों को लाभार्थियों की लिस्ट भेजने के लिए सप्ताहभर का समय दिया गया है। सभी लाभार्थियों को आधार से जोड़ा जा रहा है। माना जा रहा है कि अक्टूबर के शुरू में रजिस्ट्रेशन को चुके किसानों को बची हुई दूसरी और तीसरी किस्त का भुगतान हो जायेगा।
सरकार ने लोकसभा चुनाव 2019 से पहले फरवरी में पेश किए गए अंतरिम बजट में किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का ऐलान किया था। इस योजना के तहत किसानों को एक साल में तीन समान किस्तों में 6,000 रुपये दिए जा रहे हैं। योजना को 1 दिसंबर 2018 से लागू किया था। दिसंबर से मार्च के बीच पहली किस्त, अप्रैल से जुलाई के बीच दूसरी किस्त का भुगतान किया गया है। अगस्त से नवंबर के बीच तीसरी किस्त का भुगतान किया जाना है।........ आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) में जल्द ही लाभार्थी स्वयं रजिस्ट्रशन कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन के साथ ही लाभार्थी इस योजना के तहत मिलने वाली किस्त की जांच भी कर सकेंगे। यह सुविधा लाभार्थी को कॉमन सर्विस सेंटर (केसीसी) के माध्यम से मिलेगी।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए सरकार ने पीएम-किसान योजना पोटर्ल को सुगम बनाने का फैसला किया है। लाभार्थी इस योजना के लिए केसीसी के माध्यम से स्वयं रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे, तथा खाते में पैसे आए या नहीं इसकी भी जांच कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि अक्टूबर से रबी फसलों की बुआई का सीजन शुरू हो जाएगा, साथ ही त्यौहारी सीजन भी शुरू हो रहा है। इसलिए जिन लाभार्थियों को दूसरी और तीसरी किस्त का भुगतान नहीं हुआ है, उन्हें जल्द भुगतान किया जायेगा।
कुल लाभार्थियों का 64 फीसदी ही हुआ है रजिस्ट्रेशन
उन्होंने बताया कि देशभर के 13.32 करोड़ किसान पीएम-योजना के दायरे में आते हैं तथा अभी तक 8.56 लाख किसानों का रजिस्ट्रेशन ही हुआ है। यह कुल लाभार्थियों का 64 फीसदी है। पश्चिम बंगाल और लक्षद्वीप के किसानों का डेटा अभी तक मंत्रालय को मिला नहीं है। उन्होंने बताया कि पीएम किसान योजना की पहली किस्त देश के 6.54 करोड़ किसानों को मिली है, जबकि दूसरी किस्त केवल 3.83 करोड़ और तीसरी किस्त 1.41 करोड़ किसानों को मिली है।
राज्यों से एक सप्ताह में लाभार्थियों की लिस्ट मांगी
उन्होंने बताया कि राज्य सरकारों को लाभार्थियों की लिस्ट भेजने के लिए सप्ताहभर का समय दिया गया है। सभी लाभार्थियों को आधार से जोड़ा जा रहा है। माना जा रहा है कि अक्टूबर के शुरू में रजिस्ट्रेशन को चुके किसानों को बची हुई दूसरी और तीसरी किस्त का भुगतान हो जायेगा।
सरकार ने लोकसभा चुनाव 2019 से पहले फरवरी में पेश किए गए अंतरिम बजट में किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का ऐलान किया था। इस योजना के तहत किसानों को एक साल में तीन समान किस्तों में 6,000 रुपये दिए जा रहे हैं। योजना को 1 दिसंबर 2018 से लागू किया था। दिसंबर से मार्च के बीच पहली किस्त, अप्रैल से जुलाई के बीच दूसरी किस्त का भुगतान किया गया है। अगस्त से नवंबर के बीच तीसरी किस्त का भुगतान किया जाना है।........ आर एस राणा
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