आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में खाद्यान्न का उत्पादन पिछले साल के 14.17 करोड़ टन से ज्यादा होने का अनुमान है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने शुक्रवार को रबी सम्मेलन में कहा कि इस बार मानसून सीजन के दौरान पूरे देश में अच्छी बारिश हुई है जिससे खरीफ फसलों का उत्पादन तो ज्यादा होने का अनुमान है ही, रबी फसलों की बुआई के लिए भी अच्छा है।
उन्होंने बताया कि ज्यादा बारिश होने से देश के 12 राज्यों में बाढ़ आई है, लेकिन इसके बावजूद भी खाद्यान्न उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि देश में खरीफ सीजन में बारिश ज्यादा होने से जलाशय भी भरे हुए है। उन्होंने कहा कि देश दलहन में लगभग आत्मनिर्भर हो गया है लेकिन तिलहन का उत्पादन बढ़ाने की जरुरत है जिससे कि आयात पर निर्भरता कम की जा सके।
राजस्थान में फसलों पर टिड्डियों का प्रकोप
उन्होंने बताया कि राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में फसलों में टिड्डियों का प्रकोप देखा गया है, उन्होंने बताया कि पंजाब और गुजरात सरकारों को सतर्क रहने और समस्या से निपटने के लिए कहा गया है, जबकि एक केंद्रीय टीम पहले से ही राजस्थान में स्थिति का आकलन कर रही है।
खाद्यान्न का रिकार्ड 29.11 लाख टन का लक्ष्य
फसल सीजन 2019-20 में देश में खाद्यान्न का रिकार्ड 29.11 करोड़ टन होने का लक्ष्य तय किया है जबकि फसल सीजन 2018-19 में 28.49 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था। कृषि सचिव एसके मलहोत्रा ने बताया कि चालू खरीफ में खाद्यान्न का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू खरीफ में फसलों की बुआई 1,054.13 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई 378.62 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 383.86 लाख हेक्टेयर से थोड़ी कम है।
गेहूं और चावल के उत्पादन का लक्ष्य ज्यादा
दालों की बुआई चालू खरीफ में 132.99 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल 135.41 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। फसल सीजन 2019-20 में दलहन के उत्पादन का लक्ष्य 263 लाख टन का तय किया है जबकि गेहूं का रिकार्ड उत्पादन 10.05 करोड टन होने लक्ष्य तय किया है। चावल के उत्पादन का लक्ष्य चालू खरीफ में 11.60 करोड़ टन होने का अनुमान तय किया है।......... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में खाद्यान्न का उत्पादन पिछले साल के 14.17 करोड़ टन से ज्यादा होने का अनुमान है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने शुक्रवार को रबी सम्मेलन में कहा कि इस बार मानसून सीजन के दौरान पूरे देश में अच्छी बारिश हुई है जिससे खरीफ फसलों का उत्पादन तो ज्यादा होने का अनुमान है ही, रबी फसलों की बुआई के लिए भी अच्छा है।
उन्होंने बताया कि ज्यादा बारिश होने से देश के 12 राज्यों में बाढ़ आई है, लेकिन इसके बावजूद भी खाद्यान्न उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि देश में खरीफ सीजन में बारिश ज्यादा होने से जलाशय भी भरे हुए है। उन्होंने कहा कि देश दलहन में लगभग आत्मनिर्भर हो गया है लेकिन तिलहन का उत्पादन बढ़ाने की जरुरत है जिससे कि आयात पर निर्भरता कम की जा सके।
राजस्थान में फसलों पर टिड्डियों का प्रकोप
उन्होंने बताया कि राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में फसलों में टिड्डियों का प्रकोप देखा गया है, उन्होंने बताया कि पंजाब और गुजरात सरकारों को सतर्क रहने और समस्या से निपटने के लिए कहा गया है, जबकि एक केंद्रीय टीम पहले से ही राजस्थान में स्थिति का आकलन कर रही है।
खाद्यान्न का रिकार्ड 29.11 लाख टन का लक्ष्य
फसल सीजन 2019-20 में देश में खाद्यान्न का रिकार्ड 29.11 करोड़ टन होने का लक्ष्य तय किया है जबकि फसल सीजन 2018-19 में 28.49 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था। कृषि सचिव एसके मलहोत्रा ने बताया कि चालू खरीफ में खाद्यान्न का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू खरीफ में फसलों की बुआई 1,054.13 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई 378.62 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 383.86 लाख हेक्टेयर से थोड़ी कम है।
गेहूं और चावल के उत्पादन का लक्ष्य ज्यादा
दालों की बुआई चालू खरीफ में 132.99 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल 135.41 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। फसल सीजन 2019-20 में दलहन के उत्पादन का लक्ष्य 263 लाख टन का तय किया है जबकि गेहूं का रिकार्ड उत्पादन 10.05 करोड टन होने लक्ष्य तय किया है। चावल के उत्पादन का लक्ष्य चालू खरीफ में 11.60 करोड़ टन होने का अनुमान तय किया है।......... आर एस राणा
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