आर एस राणा
नई
दिल्ली। पंजाब और हिमाचल से नए आलू की आवक बढ़ने से कीमतों में गिरावट आने
लगी है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में पिछले दस दिनों में ही आलू की कीमतों
में 1,000 से 1,200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है जिस कारण
किसानों को घाटा उठाना पड़ रहा है।
आजादपुर मंडी की पोटेटो ऐंड
अनियन मर्चेंट एसोसिएशन (पोमा) के महासचिव राजेंद्र शर्मा ने बताया कि
पंजाब और हिमाचल प्रदेश से नए आलू की आवक बढ़ी है, साथ ही उत्तर प्रदेश से
पुराने आलू की आवक भी ज्यादा हो रही है। इसीलिए कीमतों में गिरावट आई है।
नए आलू का भाव घटकर शनिवार को 600 से 800 रुपये प्रति 50 किलो रह गया जबकि 8
नवंबर को इसका भाव 1,200 से 1,400 रुपये प्रति 50 किलो था। इसी तरह से
उत्तर प्रदेश के पुराने आलू का भाव घटकर 300 से 600 रुपये प्रति 50 किलो रह
गया। इसके भाव में भी 200 से 300 रुपये प्रति 50 किलो की गिरावट आ चुकी
है।
मेरठ जिले के बहचौला गांव के आलू किसान अम्बूज शर्मा ने
बताया कि उनके पास पुराना आलू कोल्ड स्टोर में रखा हुआ है जिसके भाव घटकर 4
से 5 रुपये प्रति किलो रह गए हैं, इन भाव में कोल्ड स्टोर का खर्च भी नहीं
निकल रहा है। उन्होंने बताया कि नए आलू की आवक दिसंबर-जनवरी में बनेगी,
जबकि भाव में पहले ही मंदा आना शुरू हो गया है।
हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आगे बढ़ेगी आवक
राजेंद्र
शर्मा ने बताया कि पंजाब के होशियारपुर और हिमाचल के उना से नया आलूु आ
रहा है जबकि आगे जालंधर और लुधियाना से आवक बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि
दिसंबर में हरियाणा से आवक शुरू हो जायेगी, उसके बाद उत्तर प्रदेश के आलू
की आवक बनेगी। दिल्ली में इस समय आलू की दैनिक आवक करीब 100 ट्रक की हो रही
है, इसमें 35 से 40 ट्रक नए आलू के आ रहे हैं।
आलू का उत्पादन बढ़ने का अनुमान
कृषि
मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में आलू का
उत्पादन बढ़कर 493,44,000 टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका
उत्पादन 486,05,000 टन का ही हुआ था।
वित्त वर्ष 2017-18 में बढ़ा निर्यात
राष्ट्रीय
बागवानी एवं अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के अनुसार वित्त
वर्ष 2017-18 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान 3,07,409 टन आलू
का निर्यात हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में कुल निर्यात 2,55,725 टन का
ही हुआ था।........... आर एस राणा
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