आर एस राणा
नई
दिल्ली। इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान देश के केवल 68 फीसदी
इलाकों में ही सामान्य बारिश दर्ज की गयी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी)
के द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार जून से सितंबर के दौरान दक्षिण पश्चिम
मानसून की बारिश 804 मिमि दर्ज की गई जोकि सामान्य से नौ फीसदी कम है। इस
दौरान के 31 फीसदी क्षेत्रफल में सामान्य से कम बारिश हुई है।
रबी की बुवाई पर भी आंशिक असर
चालू
मानसूनी सीजन में देश के कई राज्यों में सामान्य से कम बारिश होने के कारण
ही गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार और ओडिशा समेत कई राज्य कई जिलों को
सुखाग्रस्त घोषित कर चुके हैं जिसका असर खरीफ फसलों पर तो पड़ने की आशंका
है ही, साथ ही रबी फसलों की बुवाई पर भी इसका आंशिक असर देखा जा रहा है।
चालू रबी में देशभर में अभी तक फसलों की बुवाई 84.91 लाख हैक्टेयर में ही
हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 93.01 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
केवल एक क्षेत्र में सामान्य से ज्यादा हुई बारशि
आईएमडी
के अनुसार देश के 36 क्षेत्रों में से 23 क्षेत्रों में (देश के कुल
क्षेत्रफल का 68 फीसदी) में सामान्य बारिश दर्ज की गई। दक्षिण पश्चिमी
मानसून के दौरान सिर्फ एक क्षेत्र में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई।
इस क्षेत्र में केरल और पुदुचेरी सहित देश का एक फीसदी क्षेत्रफल ही शामिल
है।
देश के 31 फीसदी में सामान्य से कम बारिश
मौसम
विभाग के अनुसार देश के 12 क्षेत्रों (देश के कुल क्षेत्रफल का 31 फीसदी)
हिस्से में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई। कम बारिश वाले राज्यों में
मुख्यत: पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय,
सौराष्ट्र, कच्छ, गुजरात मराठवाड़ा, रायलसीमा, उत्तर भीतरी कर्नाटक और
पश्चिमी राजस्थान शामिल है।
सर्वाधिक बारिश पूर्वी और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में
आईएमडी
के अनुसार इस दौरान सर्वाधिक बारिश (1087.5 मिमी) पूर्वी और उत्तर पूर्वी
क्षेत्र में हुई, जबकि सबसे कम (603.2 मिमी) बारिश उत्तर पूर्वी क्षेत्र
में दर्ज की गई। दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान जून महीने में देशव्यापी
स्तर पर सबसे कम बारिश (156.3 मिमी) दर्ज की गयी, जबकि अगस्त और सितंबर के
दौरान सर्वाधिक (373.8 मिमी) बारिश हुई।
अक्टूबर के पहले सप्ताह में मानसून की वापसी हुई थी शुरु
देश
के अधिकांश इलाकों से मानसून की वापसी एक से छह अक्तूबर के बीच शुरु हो गई
थी। पश्चिम बंगाल और अरब सागर के तटीय इलाकों सहित पूरे देश से मानसून की
पूरी तरह से वापसी छह दिन के विलंब के बाद 21 अक्तूबर को हो गई। ............. आर एस राणा
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