आर एस राणा
नई
दिल्ली। राज्य के बाराबंकी में धान की समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने से
नाराज किसानों को प्रशासन ने रोक लिया है तथा तुरंत खरीद करने को भी राजी
हो गया हैं। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले करीब 250 से 300
ट्रेक्टर ट्रालियों में धान लादकर किसान विधानभवन के घेराव को निकले थे।
भाकियू
के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि बाराबंकी के डीएम और
एसएसपी ने तुरंत धान की समर्थन मूल्य पर खरीद का आश्वासन दिया है, लेकिन
हमारी मांग है कि पूरे प्रदेश में खरीद शुरू की जाये। इसलिए हमने राज्य
सरकार को एक घंटे का समय दिया है, अगर खरीद शुरू नहीं की गई तो फिर हम
विधानसभा का घेराव करेंगे।
बाराबंकी में खरीद तुरंत शुरू करने
उन्होंने
बताया कि डीएम ने बाराबंकी के सभी खरीद केंद्रों को तुरंत चालू करने का
आश्वासन दिया है, तथा एक लाख रुपये तक की खरीद के लिए किसानों को
रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराना होगा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में
धान की खरीद नहीं होने के कारण किसानों को गेहूं की बुवाई समेत अगली फसल के
लिए समय पर पैसे नहीं मिल पा रहे है। चालू खरीफ विपणन सीजन 2018-19 के लिए
केंद्र सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,750 और 1,770
रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि सरकारी खरीद के अभाव में किसान
व्यापारियों का औने-पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर हैं।
प्रदेश
सरकार ने चालू खरीफ में 50 लाख टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा हुआ है जबकि
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार 16 नवंबर तक राज्य से केवल 40 हजार
टन धान की एमएसपी पर खरीद ही हुई है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने धान
की खरीद के लिए 638 खरीद केंद्र भी खोले हुए हैं, लेकिन अधिकतर खरीद
केंद्रों पर खरीद नहीं हो रही है। .............. आर एस राणा
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