आर एस राणा
नई
दिल्ली। मानसूनी बारिश कम होने के कारण गुजरात और महाराष्ट्र के कई जिलों
में सूखे जैसे हालात बनने से किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा
है। किसानों को फसलों की बुवाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है, जिस
कारण फसलों की बुवाई पिछड़ रही है। जलाशयों में भी पानी का स्तर सामान्य से
काफी नीचे आ गया है जिस कारण आगामी दिनों में किसानों की परेशानी और बढ़ने
वाली है।
खरीफ सीजन में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने के
कारण पश्चिमी क्षेत्र के राज्यों गुजरात और महाराष्ट्र के जलाशयों में पानी
का स्तर औसत से नीचे आ गया है, जिस कारण चालू रबी में दलहन के साथ ही अन्य
रबी फसलों की बुवाई में भारी कमी आई है।
जलाशयों में पानी औसत से काफी कम
केंद्रीय
जल संसाधन मंत्रालय के अनुसार 16 नवंबर 2018 को पश्चिमी क्षेत्र के गुजरात
तथा महाराष्ट्र के 27 जलाशयों में पानी का स्तर घटकर कुल भंडारण क्षमता का
51 फीसदी ही रह गया है जोकि पिछले दस साल के औसत अनुमान 64 फीसदी से भी कम
है। पिछले साल की समान अवधि में पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में कुल
भंडारण क्षमता का 67 फीसदी पानी था।
गुजरात में रबी फसलों की बुवाई में भारी कमी
गुजरात
कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में चालू रबी में फसलों की बुवाई 12 नवंबर
तक केवल 14 फीसदी क्षेत्रफल में ही हो पाई है। अभी तक राज्य में 4,50,100
हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 8,50,500
हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। राज्य में रबी में औसतन 31,35,700 हेक्टेयर
में फसलों की बुवाई होती है। राज्य में मोटे अनाजों मक्का और ज्वार की
बुवाई घटकर चालू रबी में अभी तक केवल 55,600 हेक्टेयर में ही हुई है जबकि
पिछले साल इस समय तक 1,13,700 हेक्टेयर में इनकी बुवाई हो चुकी थी।
गेहूं के साथ तिलहन की बुवाई भी पिछे
गेहूं
की बुवाई गुजरात में चालू रबी में अभी तक केवल 23,100 हेक्टेयर में ही हो
पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 1,10,000 हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
इसी तरह से तिलहन की बुवाई राज्य में चालू रबी में 1,06,200 हेक्टेयर में
ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 1,92,800 हेक्टेयर में बुवाई
हो चुकी थी। सब्जियों के साथ ही मसालों की बुवाई भी चालू रबी में पिछड़
रही है।
महाराष्ट्र में चना की बुवाई में भारी कमी
महाराष्ट्र
में चालू रबी में चना की बुवाई अभी तक केवल 5.43 लाख हेक्टेयर में ही हो
पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 10.37 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी
थी। दलहन की कुल बुवाई चालू रबी में राज्य में 5.62 लाख हेक्टेयर में ही
हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 10.61 लाख हेक्टेयर में दालों की बुवाई
हुई थी।
मोटे अनाजों की बुवाई आधी
मोटे अनाजों की
बुवाई चालू रबी में महाराष्ट्र में अभी तक केवल 5.11 लाख हेक्टेयर में ही
हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 13.02 लाख हेक्टेयर में ही हुई
थी।...............आर एस राणा
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