आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के
दौरान डीओसी का निर्यात 6.5 फीसदी बढ़कर 15,82,589 टन का हुआ है जबकि
पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 14,86,036 टन का ही हुआ
था।
साल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के
कार्यकारी निदेशक डॉ. डी बी मेहता ने बताया कि अक्टूबर में डीओसी के
निर्यात में करीब 58 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 84,143 टन का ही हुआ
है जबकि पिछले साल अक्टूबर में 2,00,158 टन डीओसी का निर्यात हुआ था।
उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2018-19 के पहले सात महीनों में डीओसी
के कुल निर्यात में 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है तथा इस दौरान सरसों डीओसी
का निर्यात बढ़कर लगभग दोगुना हो गया।
चीन और ईरान की आयात मांग बढ़ने का अनुमान
मेहता
ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच चले रहे ट्रेड वार से आगामी दिनों में
चीन की आयात मांग भारत से बनने की संभावना है, वर्ष 2012 में चीन ने भारत
से डीओसी का आयात बंद कर दिया था। उन्होंने बताया कि चीन भारत से करीब 3.5
से 4 लाख टन सरसों डीओसी और एक लाख टन सोया डीओसी का आयात कर सकता है।
उन्होंने बताया कि ईरान भी आगामी दिनों में सोया डीओसी का भारत से आयात कर
सकता है। अत: आगामी महीनों से भारत से डीओसी के निर्यात में बढ़ोतरी होने
का अनुमान है।
सोया डीओसी के भाव घटे, सरसों डीओसी के बढ़े
एसईए
के अनुसार भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव घटकर अक्टूबर में औसतन 357
डॉलर प्रति टन रहा जबकि पिछले साल अक्टूबर में इसका भाव 375 डॉलर प्रति टन
था। हालांकि सरसों डीओसी का भाव चालू वित्त वर्ष के अक्टूबर में बढ़कर 229
डॉलर प्रति टन हो गया जबकि पिछले साल अक्टूबर में इसका भाव 222 डॉलर प्रति
टन था। ........ आर एस राणा
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