आर एस राणा
नई
दिल्ली। पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2018-19 (अक्टूबर
से सितंबर) में प्रमुख तीन गन्ना उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश
और उत्तर प्रदेश में 184 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ कर दी है। इनमें सबसे
ज्यादा महाराष्ट्र में 100 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ की है, जबकि उत्तर
प्रदेश में 49 और कनार्टक में 35 चीनी मिलों में पेराई शुरू हो गई है।
उद्योग
के अनुसार गन्ने के सबसे बड़े उत्पादक राज्यों में 184 चीनी मिलों ने
पेराई आरंभ कर दी है, तथा चालू सप्ताह में और करीब 90 से 100 मिलों में
पेराई आरंभ हो जायेगी। अक्टूबर में महाराष्ट्र और कर्नाटक की चीनी मिलों ने
करीब 1.5 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था जबकि उत्तर प्रदेश में चालू
पेराई सीजन में अभी तक 81,200 टन चीनी का उत्पादन हुआ है जोकि पिछले साल की
समान अवधि के 3,53,100 टन से कम है।
यूपी सरकार ने अभी एसएसपी नहीं किया है घोषित
उत्तर
प्रदेश के चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने
बताया कि राज्य में 49 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ कर दी है, इनमें 42
प्राइवेट चीनी मिलें हैं, जबकि 7 सहकारी चीनी मिलों ने पेराई आरंभ की है।
उन्होंने बताया कि चालू पेराई सीजन के लिए अभी तक राज्य सरकार ने राज्य
समर्थित मूल्य (एसएपी) तय नहीं किया है जबकि पिछले पेराई सीजन में 26
अक्टूबर 2017 को गन्ने का एसएपी घोषित कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश में अभी रिकवरी आ रही है कम
उत्तर
प्रदेश में पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में रिकवरी की
दर 8.87 फीसदी की आ रही है जबकि पिछले साल 9.07 फीसदी की थी, हालांकि आगे
रिकवरी की दर में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि चालू पेराई सीजन में
राज्य में 125 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 120.49
लाख टन से ज्यादा है।
चीनी उत्पादन का 320 लाख टन का अनुमान
इंडियन
शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन 2018-19 में चीनी
का उत्पादन 320 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है जोकि बीते पेराई सीजन के
325 लाख टन से कम है। ....... आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें